ED Expose Al-Falah University: दिल्ली ब्लास्ट (Delhi Blast) और फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल (Faridabad Terror Module) या व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का केंद्र बिंदू बना फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर हर दिन बड़े खुलासे हो रहे हैं। ईडी ने 18 नवंबर की सुबह-सुबह अल-फलाह के मैन कैंपस के अलावा इससे जुड़े कुल 25 ठिकानों पर ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की छापेमारी में कई बड़े खुलासे हुए हैं। ‘आतंकियों का जन्मदाता’ या कहें ‘आतंकियों का पनाहगाह’ अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने पिछले 8 साल में बंपर कमाई की है। UGC से मान्यता पाने के लिए भी बड़ा फर्जीवाड़ा किया था। एनएएसी रेटिंग को लेकर झूठे दावे किए।
ईडी के छापेमारी में जानकारी सामने आई है कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने 2018 से 2025 के बीच कुल ₹415.10 करोड़ की कमाई की। इसमें 2018-19 में ₹24.21 करोड़ से बढ़कर 2024-25 में ₹80.10 करोड़ तक की तेज वृद्धि शामिल है। एजेंसी ने कहा कि अल-फलाह समूह ने 1990 के बाद से “असाधारण” रूप से बंपर कमाई की, लेकिन उसकी वास्तविक आय और संपत्तियों के बीच बड़ा अंतर है।
ईडी ने अदालत में दावा किया कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने यूजीसी मान्यता और एनएएसी रेटिंग को लेकर झूठे दावे किए। अदालत में ईडी के विशेष अभियोजक साइमन बेंजामिन ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया कि छात्रों से वसूली गई फीस और लोगों से ठगे गए पैसे का इस्तेमाल निजी और व्यक्तिगत खर्चों में किया गया। कई गवाहों ने स्वीकार किया है कि वित्तीय फैसलों में अंतिम निर्णय सिद्दीक़ी ही लेते थे। ईडी ने 14 दिन की कस्टडी की मांग करते हुए कहा कि आरोपी से पूछताछ जरूरी है ताकि अपराध की पूरी रकम और उसकी परतें उजागर की जा सकें।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दीकी को 13 दिन की ED रिमांड
इधर अल फलाह यूनिवर्सिटी(Al-Falah University) के फाउंडर जवाद अहमद सिद्दीकी(Javed Ahmed Siddiqui ) को दिल्ली के साकेत कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रिमांड में भेज दिया है। इससे पहले, मंगलवार को ED ने लाल किला कार धमाके मामले से जुड़े यूनिवर्सिटी के ट्रस्टियों और प्रवर्तकों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसी कार्रवाई के दौरान ग्रुप के अध्यक्ष जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी सीधे तौर पर दिल्ली धमाके मामले से नहीं, बल्कि उससे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत की गई है।
दिल्ली में ED की छापमेमारी में मिले थे 48 लाख कैश
बता दें कि ईडी ने 18 नवंबर की सुबह-सुबह अल-फलाह के मैन कैंपस के अलावा इससे जुड़े कुल 25 ठिकानों पर ठिकानों पर छापेमारी की थी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अल फलाह यूनिवर्सिटी के फाउंडर जवाद अहमद सिद्दीकी को भी गिरफ्तार किया था। ED ने 48 लाख से ज्यादा नकद और कई इलेक्ट्रॉनिक समान जब्त किया था। जांच का एक बड़ा हिस्सा यह पता लगाना है कि क्या यह मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा सीधे तौर पर लाल किले पर हुए धमाके में शामिल आतंकियों के लिए इस्तेमाल किया गया था. ED इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि क्या जवाद सिद्दीकी के वित्तीय नेटवर्क ने आतंकी गतिविधियों को फंड करने में मदद की थी. सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी मंगलवार सुबह 5 बजे से छापेमारी कर रही है. यह कार्रवाई ट्रस्टियों, उनसे जुड़े लोगों और संबंधित संस्थाओं पर की जा रही है. दिल्ली सहित कुल 25 ठिकानों पर तलाशी चल रही है.
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