जालंधर, पंजाब। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी और अन्य से जुड़े अवैध रेत खनन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री से जालंधर स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ की है. ईडी इस सिलसिले में भूपिंदर सिंह हनी के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्वीट किया, “मुझे खनन मामले के संबंध में ईडी द्वारा कल तलब किया गया था. मैंने अपनी जानकारी के अनुसार उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया. इस मामले में एक चालान पहले ही ईडी द्वारा अदालत में प्रस्तुत किया जा चुका है. अधिकारियों ने मुझे फिर से आने के लिए नहीं कहा. ईडी का यह मामला 2 साल पुरानी प्राथमिकी पर आधारित है.
भूपिंदर हनी को 20 फरवरी को किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि 7 मार्च 2018 को पंजाब पुलिस ने 10 से अधिक आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की थी. एफआईआर में हनी का नाम नहीं था, जबकि कुदरत दीप सिंह को मामले में क्लीन चिट दे दी गई थी. ED ने नवंबर 2021 में पंजाब में अवैध रेत खनन से संबंधित इस प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी. चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मुझे कल बुलाया गया और मैंने ईडी के सामने पेश होकर अपना बयान दे दिया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मैंने अपनी जानकारी के अनुसार उनकी की ओर से पूछे गए सभी प्रश्नों का जवाब दिया. इस मामले से ईडी की ओर से पहले ही एक चालान कोर्ट में पेश किया जा चुका है. अधिकारियों ने मुझे फिर से आने के लिए नहीं कहा है. इसी मामले में चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी को ईडी ने पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले 20 फरवरी को गिरफ्तार किया था. इस मामले में उनके और नामजद किए गए अन्य लोगों के खिलाफ जालंधर की एक विशेष पीएमएलए कोर्ट में 31 मार्च को आरोपपत्र दायर किया गया था. हनी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. उन्होंने जमानत के लिए आवेदन किया है.
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अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के आरोपों के बारे में भी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने चरणजीत सिंह चन्नी को पहले भी कई बार समन भेजे थे. ईडी के अधिकारियों ने चन्नी से हनी और अन्य लोगों के साथ उनके संबंधों और मुख्यमंत्री कार्यालय में उनके भतीजे की कुछ यात्राओं के बारे में पूछताछ की. उनसे राज्य में अवैध बालू खनन अभियान के तहत कुछ अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के आरोपों के बारे में भी पूछताछ की गई. गौरतलब है कि इस विधानसभा चुनाव में चरणजीत सिंह चन्नी को दोनों विधानसभा सीट चमकौर साहिब और भदौड़ से शिकस्त मिली. वे अपनी सीट तक नहीं बचा पाए. कांग्रेस ने उनके कुछ महीनों के कार्यकाल पर ही पंजाब की जनता से वोट मांगे, हालांकि कांग्रेस 117 में से केवल 18 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई और उसे करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा, जबकि आम आदमी पार्टी ने 92 सीट जीतकर सरकार बना ली और भगवंत मान सीएम बने.
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