रायपुर। ED की सराफा कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी से पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. दो दिनों से चल रही सराफा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई के तार एक साल पहले DRI द्वारा राजनांदगांव में सराफा कारोबारी विक्की बैद के ठिकानों पर मारे गए छापे से जुड़े हैं, जिसमें मिले सबूतों को DRI के शेयर किए जाने के बाद अब ED उन्हें खंगालने में जुटी है.
सराफा कारोबारियों के ठिकानों पर आज चल रही छापेमारी के तार ढूंढने के लिए आपको एक साल पहले जाना होगा. 31 मई 2021 को DRI (डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की टीम ने राजनांदगांव के ज्वेलरी शॉप में छापेमारी की थी. टीम को विदेशों से छत्तीसगढ़ स्मगल किए हुए सोने और चांदी के बिस्किट और रॉड का बड़ा जखीरा हाथ लगा था. इसमें 5 टन (5000 किलो) चांदी, साढ़े चार किलो सोना और 32 लाख रुपए बरामद किए गए थे. छापेमारी के बाद विक्की की गिरफ्तारी हुई थी.
गिरफ्तारी के बाद 90 दिनों बाद विक्की को हाई कोर्ट से जमानत तो मिल गई, लेकिन विक्की DRI के बाद ED के निशाने पर आ गया है. जानकारी के अनुसार, प्रदेश में बीते दो दिनों से ED जिन सराफा कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, उनसे केवल सीधा विक्की बैद से संपर्क को लेकर सवाल किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इन सभी सराफा कारोबारियों के तार विक्की बैद से जुड़े हुए हैं. सवाल उठ रहा है कि ED पूरे तंत्र का पर्दाफाश भी कर ले तो क्या उस तंत्र को तोड़ पाएगी, जिसे विक्की बैद ने विकसित किया है.
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इन कारोबारियों के ठिकानों पर चल रही छापेमारी
ED बीते दो दिनों से जिन कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, उनमें जसराज शांतिलाल बैद द्वारा संचालित मोहनी ज्वेलर्स के अलावा दुर्ग में सहेली ज्वेलर्स के अलावा मदन जैन और प्रकाश सांखला के ठिकानों के अलावा CA सुनील जैन और राजेंद्र कोठारी के कार्यालयों में छापेमारी की जा रही है. इन सभी के विक्की बैद से किए गए कारोबार की जानकारी हासिल की जा रही है.
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