Mohali News: जाने-माने कॉलोनाइजर व सनी एनक्लेव के मालिक जरनैल सिंह बाजवा की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रॉपर्टी अटैच कर दी है. ईडी ने बाजवा के खिलाफ यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की है. ईडी ने बाजवा की 54.16 लाख रुपये की प्रॉपर्टी केस के साथ अटैच की है. इस प्रॉपर्टी को ईडी ने सीज कर लिया है.
जरनैल सिंह बाजवा (बाजवा डेवलपर्स लिमिटेड) का मालिक है, जिसने मोहाली स्थित खरड़ में सनी एनक्लेव के नाम पर प्रोजेक्ट लॉन्च किया था. ईडी ने पंजाब पुलिस की ओर से आईपीसी एक्ट 1860 की धाराओं के तहत दर्ज की अलग-अलग एफआईआर के आधार पर जरनैल सिंह बाजवा (मैनेजिंग डायरेक्टर) के खिलाफ जांच शुरू की थी.
बाजवा पर लगे थे गंभीर आरोप
बाजवा डेवलपर्स लिमिटेड पर आरोप था कि कंपनी ने धोखाधड़ी, जबरन वसूली, प्लॉट/संपत्ति खरीदारों को गलत तरीके से तथ्य पेश किए, एग्रीमेंट टू सेल के पक्षकारों की जानकारी के बिना प्लॉट नंबरों को बार-बार बदला और संपत्तियों के पंजीकरण में देरी की. ईडी की जांच से पता चला कि जरनैल सिंह बाजवा एमडी बाजवा डेवलपर्स लिमिटेड झूठे और अव्यवहारिक वादों के साथ भावी संपत्ति खरीदारों को शहर के प्रमुख व विकसित क्षेत्रों में प्लॉट खरीदने के लिए फुसलाते थे और वह ऐसा करने में कामयाब रहे थे. हालांकि ग्राहकों को साइटों पर जो प्लॉट दिखाए गए थे वह कभी वितरित नहीं किए गए और यहां तक कि आरोपियों द्वारा प्राप्त राशि भी वापस नहीं की गई.
संपत्ति खरीदारों से प्राप्त धन का उपयोग कंपनी द्वारा संचालित विभिन्न अन्य परियोजनाओं में किया गया था. जरनैल सिंह बाजवा पर लोगों से धोखाधड़ी, प्लॉट के नाम पर पैसे लेकर न लौटाने जैसे कई मामले दर्ज हैं. आरोपी जरनैल सिंह बाजवा को पंजाब पुलिस ने सितंबर में धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था. उसे ग्राहकों को धोखा देने के आरोप में मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके साथ-साथ उसके बेटे की भी इसमें गिरफ्तारी हुई थी. 2022 में भी पुलिस में उसे धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था. लेकिन कुछ महीने बाद ही उसकी जमानत हो गई थी,और वह जेल से बाहर आ गया था.
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