लखनऊ. अवैध धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की मुश्किलें और बढ़ने वाली है. जलालुद्दीन छांगुर के धर्मांतरण गिरोह के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) इसी महीने चार्जशीट दाखिल करेगी. ईडी को इस मामले में करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग के साक्ष्य मिले हैं. छांगुर ने विदेशी फंडिंग से उतरौला में संपत्ति खरीदी है. उतरौला स्थित 13 संपत्तियां ED ने जब्त की थी. यूनाइटेड मरीन कंपनी के जरिए विदेश से पैसा लिया जाता था.
पिछले दिनों शेल कंपनी के जरिए इस्लामिक संगठनों से फंडिंग का खुलासा हुआ था. छांगुर का करीबी नवीन रोहरा इस कंपनी से जुड़ा पाया गया था. नवीन के विदेशी खातों में दो साल में करीब 20 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे. STF और ATS अवैध धर्मांतरण सिंडीकेट की जांच में लगी हुई थी. जांच में सामने आया था कि नवीन ने यूएई में 5 कंपनियां खोली थी. कंपनियों के कई बैंक खाते भी खोले गए थे. एक खाता शारजाह स्थित स्विस बैंक में भी था. 2019-20 तक नवीन की सालाना आय केवल 5-6 लाख रुपये थी. कंपनियां खुलते ही अचानक खातों में करोड़ों रुपये आने लगे थे.
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बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ में छांगुर ऊर्फ जलालुद्दीन को लेकर लगातार कई खुलासे हो रहे हैं. बीते दिनों भी छांगुर ने पूछताछ के दौरान कई सवालों पर साधी चुप्पी तो कई सवालों के जवाब में राज खोले थे. धर्मांतरण में उसके सहयोगियों और उनके बैंक खातों में विदेशों से आई करोड़ो की रकम को लेकर ईडी ने किए कई सवाल किए. संपत्ति से जुड़े दस्तावेज सामने रखने पर छांगुर ने ईडी को कई सारे राज बताए थे.
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