इंद्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थित को सुधारने लाखों, करोड़ों रुपए सर्व शिक्षा मिशन के तहत प्रतिवर्ष खर्च कर रही हैं। बाबजूद इसके स्कूलों की स्थिति में कोई सुधार होता दिखाई नहीं दे रहा है। हम बात कर रहे है नर्मदापुरम जिले की इटारसी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम खटाम की शासकीय प्राथमिक शाला की। जहां  शाला भवन जर्जर होने के कारण बच्चों को बॉस ,बल्लिया और घास से बनी झोपड़ी में बैठकर पढ़ाई करने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है।

झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर हुए बच्चें

नर्मदापुरम के इटारसी से 20 किलोमीटर दूर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला भवन पूरी तरह जर्जर अवस्था मे खड़ा है। शाला भवन की दीवारों में मोटी मोटी दरारें दिखाई देने लगी है। भवन की छत की बल्लियां टूट-टूट कर गिर रही है। बड़ी दुर्घटना नहीं हो इसको लेकर शाला के शिक्षकों को गाँव मे ही एक झोपड़ी का निर्माण कर बच्चों को घास, बॉस एवं बल्लियों से बनी झोपड़ी में बैठकर पढ़ाना पड़ रहा है। आज गांव के आदिवासी समाज के प्रवक्ता विनोद बारिवा ने झोपड़ी में संचालित हो रहे एक वीडियों को सोशल मीडिया पर वायरल कर शासन से नए  शाला भवन के निर्माण की मांग की है। 

स्कूल भवन का निर्माण जरुरी

आदिवासी समाज के प्रवक्ता विनोद बारिवा ने बताया कि शाला भवन वर्षों पुराना है। जगह जगह से भवन टूटफूट रहा है। बच्चों के साथ कोई बड़ा हादसा ना हो इसको ध्यान में रखते हुए  ग्रामीणों और शिक्षकों द्वारा गांव में कच्ची झोपड़ी का निर्माण कराकर स्कूल संचालित किया जा रहा है। शासन को इस ओर ध्यान देते हुए नए शाला भवन का निर्माण करना चाहिए। अगर शासन भवन का निर्माण नहीं करता है, तो आदिवासी समाज बड़ा आंदोलन शासन के खिलाफ करेगा।

एसडीएम ने कही यह बात

इस सबंध में इटारसी एसडीएम टी प्रतीक राव ने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि ऐसे बच्चें अस्थाई जगह पर बैठकर पढ़ाई कर रहे है। बीओ से पूछताछ में पता चला कि शासकीय प्राथमिक शाला भवन जर्जर घोषित है। गांव में नई बिल्डिंग प्रस्तावित है, लेकिन शासन से आवंटन नही आने पर बिल्डिंग का काम शुरू नहीं हो पा रहा है। बीओ के माध्यम से कुछ दूरी पर स्थित आंगनवाड़ी में व्यवस्था कराई जा रही है। एक शिफ्ट में स्कूल और दूसरी शिफ्ट में आंगनवाड़ी का संचालन होगा।

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