षटतिला एकादशी व्रत 2025: षटतिला एकादशी का महत्व और इससे जुड़ी दान करने की विधियां बहुत खास मानी जाती हैं. इस पवित्र व्रत पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए तिल, अन्न, गुड़ और गर्म कपड़े जैसे दान करने का विशेष महत्व है. आइए, इन्हें विस्तार से समझते हैं:
1. तिल का दान
तिल का दान पवित्र माना जाता है. इससे नवग्रहों की शांति होती है और सुख-समृद्धि का वास होता है.
तिल का उपयोग स्नान, दान, तिलक और भोजन में भी किया जाता है.
पौराणिक मान्यता है कि तिल का दान करने से पाप नष्ट होते हैं और मानसिक शांति मिलती है.
2. गरम कपड़ों का दान
माघ मास में सर्दी का समय होता है, ऐसे में जरूरतमंदों को गरम कपड़े दान करना पुण्यदायी होता है.
इससे न केवल समाज सेवा होती है, बल्कि माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
3. गुड़ का दान
गुड़ का संबंध सूर्य और मंगल ग्रह से होता है.
गुड़ दान करने से जीवन में तरक्की और सकारात्मक ऊर्जा आती है.
नेत्रों और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से राहत के लिए भी गुड़ का दान शुभ माना गया है.
4. अन्न का दान
अन्न का दान सबसे श्रेष्ठ दानों में से एक माना गया है.
इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जीवन में धन-धान्य की कमी नहीं रहती.
भूखे और जरूरतमंदों को अन्न दान करना समाज कल्याण का भी प्रतीक है.
षटतिला एकादशी की तिथि और समय
एकादशी की शुरुआत: 24 जनवरी 2025, शाम 7:25 बजे
एकादशी का समापन: 25 जनवरी 2025, रात 8:31 बजे, व्रत रखने और दान करने के लिए 25 जनवरी का पूरा दिन शुभ है.
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें
इस दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें. दान करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी.
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