भोपाल- भोपाल लोकसभा सीट से करारी हार मिलने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भारतीय लोकतंत्र के परंपरा अनुसार जनादेश को स्वीकार को करता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे चिंता सताती है कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाली विचारधारा के लोग जीत गए. और महात्मा गांधी की विचार धारा को मानने वाले लोग हार गए. चुनाव में अंहिसा के पुजारी की हार हो गई.

दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी. साथ ही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जीत की बधाई देने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान हमने भोपाल की जनता से जो वादे किए थे उसे हम पूरा करेंगे. ये मेरा संकल्प है. इस विषय में सीएम कमलनाथ बात हुई है.

कौन सी जादू की छड़ी है बीजेपी के पास

आश्यर्यजनक बात है कि 2014 में जब चुनाव हुआ था. तब कहा जा रहा था कि इस बार 280 पार, और इतने बहुमत हासिल कर लिए. 2019 के चुनाव में नारा दिया इस बार 300 पार. ऐसी कौन सी बात है या बीजेपी के पास कौन सी जादू की छड़ी है, जो घोषणा करते है वो रिजल्ट में तब्दील हो जाती है. ये बीजेपी के लिए बधाई की बात है.

ईवीएम की सवाल पर नहीं जवाब

दिग्विजय सिंह ने ईवीएम के बारे में सवाल पूछा गया. इस सवाल पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं करने से मना कर दिया.

अच्छा कैंपेन किया फिर भी हार गए

हम लोगों ने हिंसा का रास्ता नहीं अपनाया. हमारा एक ही मूलमंत्र है सत्य और अहिंसा का. जो चुनाव के नतीजे आए उसमें साफ जाहिर होता है कि महात्मा गांधी की विचारधारा की हत्या करने वाले लोग जीत गए.

पूरे चुनाव में जिस प्रकार से प्रचार हुआ, उसमें कहा गया देश को बचाना है, तो केवल मोदी ही बचा सकता है. और कोई नहीं. इन पांच सालों में जितने सेना के अधिकारी शहीद हुए. उतने कभी नहीं हुए. इन वजहों से नहीं कहा जा सकता कि मोदी सरकार आतंकवाद से लड़ने में कारगार साबित हुई है.

नतीजे के पहले ही कहा जा रहा था कि राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह चुनाव हार जाएंगे. भाजपा वाले नतीजे के पहले परिणाम बता दिए थे. हमने अच्छा कैंपेन किया, इसके बावजूद हार गए.