नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में जल्द ही सड़कों पर हजारों इलेक्ट्रिक ऑटो दौड़ेंगे. 4 हजार 261 ई-ऑटो के आवंटन के लिए आज कम्प्यूटरीकृत ड्रॉ निकाला गया और परिवहन विभाग जल्द ही सभी सफल आवेदकों को लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) जारी करने की प्रक्रिया शुरू करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने 11 फरवरी 2022 को एक ऐतिहासिक फैसले में दिल्ली सरकार को राजधानी में 4,261 ई-ऑटो के पंजीकरण की प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी. दिल्ली सरकार के पक्ष में आए इस फैसले से शहर में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने में और फायदा होगा.

 

ई-ऑटो के आवंटन के लिए कम्प्यूटरीकृत ड्रॉ निकाला गया

दिल्ली परिवहन विभाग ने अक्टूबर 2021 में 4 हजार 261 ई-ऑटो के पंजीकरण के लिए एक योजना शुरू की थी, जिसमें से 33%, यानी 1,406 ई-ऑटो विशेष रूप से महिला ड्राइवरों के लिए आरक्षित हैं. महिलाओं के लिए विशेष नीले रंग की ऑटो होंगी, जिससे कि दूर से उन्हें पहचाना जा सके. विभाग ने ई-ऑटो और टेस्ट ड्राइव के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सराय काले खां और लोनी में ड्राइविंग, प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान (आईडीटीआर) में 7 दिवसीय ई-ऑटो मेला भी आयोजित किया था.

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कम समय में मिले कुल 20,589 आवेदन

एक महीने से भी कम समय में कुल 20,589 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 19,846 पुरुष वर्ग के थे. परिवहन विभाग द्वारा 14.2.2022 (सोमवार) को रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के माध्यम से 2,855 पुरुष आवेदकों के साथ 285 अतिरिक्त आवेदकों के चयन के लिए 10% प्रतीक्षा सूची को पूरा करने के लिए एकल आम कम्प्यूटरीकृत ड्रॉ आयोजित किया गया था. ड्रॉ परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और महिला एवं बाल विकास विभाग के विशेष आमंत्रित सदस्य की एक समिति की देखरेख में आयोजित किया गया था. पारदर्शिता बनाए रखने के लिए, प्रतीक्षा सूची वाले आवेदकों सहित कई सफल आवेदकों के ड्रॉ का परिणाम परिवहन विभाग की वेबसाइट www.transport.delhi.gov.in पर प्रदर्शित किया गया है, साथ ही आवेदनों में कमियों वाले आवेदकों की सूची भी लगाई जाएगी, ताकि आवंटन से पहले उन्हें त्रुटियों को सुधारने का मौका मिल सके. सफल पुरुष आवेदकों और 743 महिला आवेदकों की पहली सूची के लिए एलओआई 28 फरवरी 2022 तक दिया जाएगा.

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सफल आवेदकों को खरीदना होगा TSR 

सफल आवेदकों को TSR खरीदना होगा और 30.04.2022 से पहले CESL के सिंगल विंडो पोर्टल पर पंजीकरण के लिए आवेदन करना होगा. ऐसा न करने पर एलओआई को सरेंडर्ड माना जाएगा और प्रतीक्षा सूची में शामिल किया जाएगा. ई-ऑटो के पंजीकरण की अनुमति केवल वैध पीएसवी बैज वाले और एलओआई प्रस्तुत करने पर ही दी जाएगी. विभाग ने ई-ऑटो के लिए एक परेशानी मुक्त स्वामित्व/लीज पर लेने की प्रक्रिया को भी आसान किया है. एलओआई धारक कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) द्वारा विकसित सिंगल विंडो सिस्टम www.myev.org.in के माध्यम से अधिकृत डीलरों से ई-ऑटो खरीद सकता है, जिसमें डीलर बुकिंग, पंजीकरण औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए सिंगल विंडो इंटरफेस के रूप में काम करेगा.

 

महिलाओं के लिए होंगे विशेष नीले रंग के ऑटो

इस प्रणाली के साथ एलओआई धारक को स्वीकृत ई-ऑटो मॉडल, कीमतों, सुविधाओं, सब्सिडी घटकों और वित्तपोषण बैंकों और एनबीएफसी के बारे में एक ही मंच पर सभी जानकारी प्राप्त होगी. सब्सिडी के अलावा दिल्ली ईवी नीति ऋण पर 5% ब्याज सबवेंशन और ईएमआई के भुगतान, शेष ऋण और ब्याज सबवेंशन दावों आदि के बारे में सभी जानकारी प्रदान करती है. एलओआई धारक फ्लीट ऑपरेटर/एग्रीगेटर के साथ सह-स्वामित्व भी कर सकता है. इससे एक ई-ऑटो मालिक पर वित्तीय बोझ कम होगा.

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महिला आवेदकों के लिए आरक्षित किए गए 1,406 ई-ऑटो रिक्शा में से 743 महिला आवेदकों ने आवेदन किया था, जो इस योजना के लिए सीधे पात्र होंगी. अधिक महिला ड्राइवरों को आवेदन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए महिलाओं के लिए आरक्षित शेष 663 ई-ऑटो के लिए नए आवेदन आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया. यदि शेष स्लॉट फिर भी बाकी रह गए, तो महिला कोटे से शेष 663 ई-ऑटो के लिए डीएमआरसी को एक एग्रीगेटर/ऑपरेटर के माध्यम से इन ई-ऑटो को संचालित करने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन ऐसा इस शर्त के साथ आवंटित किया जाएगा कि इसे केवल डीएमआरसी द्वारा लास्ट माइल कनेक्टिविटी के हिस्से के रूप में तैनात महिला ड्राइवरों द्वारा संचालित किया जाए.

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निर्णय पर बोलते हुए दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, “सब्सिडी संवितरण और ब्याज सबवेंशन की सिंगल विंडो सिस्टम जैसी विशेष सुविधाएं फ्लीट एग्रीगेटर्स के साथ सह-स्वामित्व के प्रावधान के साथ ई-ऑटो के पंजीकरण और स्वामित्व की पूरी प्रक्रिया को बेहद सरल बना देगी. यह कई ई-ऑटो मालिकों को असंगठित लेनदारों और फाइनेंसरों के चंगुल से मुक्त कर देगा. हम इस निर्णय पर भी बहुत अडिग रहे हैं कि 33% नए पंजीकरण महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे, यही वजह है कि हम महिलाओं के लिए आवेदन फिर से खोलेंगे. महिलाओं के लिए अलग रंग की ऑटो से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि महिला चालकों को दिए जा रहे सुविधाओं का पुरुष चालकों द्वारा दुरुपयोग नहीं किया जा सके. हमारा उद्देश्य एक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली बनाना है, जो महिला यात्रियों के लिए अनुकूल हो और ऐसा करने के लिए सबसे प्रभावी कदम महिलाओं द्वारा संचालित प्रणाली का निर्माण करना है. महिला बस चालकों के लिए भी ऊंचाई और एचएमवी अवधि कम करने के पीछे भी यही कारण था. हम दिल्ली की महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठा रहे हैं.”