वीरेन्द्र गहवई, बिलासपुर। बिलासपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष व पार्षद भरत कश्यप ने उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाते हुए 4 कथित पत्रकारों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में शिकायत की दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि पत्रकारों ने उनके एक महिला से अवैध संबंध होने की खबर वायरल नहीं करने पर 50 हजार रुपए की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष के शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने FIR दर्ज लिया है. इस मामले में पीड़ित महिला की रिपोर्ट पर भी 3 युवक और 3 महिलाओं के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जांच की जा रही है. 

जानकारी के मुताबिक, नगर निगम का कांग्रेस पार्टी का नेता प्रतिपक्ष व वार्ड क्रमांक 19 के पार्षद भरत कश्यप ने रिपोर्ट लिखाई, कि दो दिन पहले वेबपोर्टल के पत्रकार नीरज उर्फ अप्पू शुक्ला, संतोष मिश्रा, जिया उल्लाह खान व एक अन्य उनके नेहरू नगर स्थित कार्यालय पहुंचे और गलत आरोप लगाते हुए कहा कि आपका एक महिला के साथ अवैध संबंध है, महिला के साथ आपका वीडियो भी हमारे पास मौजूद है. अगर आप चाहते हैं कि यह वीडियो वायरल न हो, तो इसके लिए आपको हमें 50 हजार रुपए देने होंगे. इसपर नेता प्रतिपक्ष ने पैसै देने से इनकार कर दिया.

नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि पैसे न देने पर पत्रकारों ने उन्हें बदनाम करने के लिए महिला के साथ उनके अवैध संबंध की खबर और वीडियो वायरल कर दी. वीडियो वायरल होने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकारों के खिलाफ बदनाम करने के आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है.

उनकी शिकायत पर पुलिस ने कथित पत्रकार नीरज उर्फ अप्पू शुक्ला, संतोष मिश्रा, जिया उल्लाह खान व एक अन्य के खिलाफ अवैध वसूली बीएनएस की धारा 308, 2 के तहत जुर्म दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है. 

दरअसल, कस्तूरबा नगर में रहने वाली एक महिला ने थाने में शिकायत की है कि उनके घर में बिजली बंद होने पर बिजलीकर्मी उनके घर आए थे. इसपर कुछ लोगों द्वारा विवाद किया जा रहा था और घर में पत्थरबाजी की गई. महिला की शिकायत पर पुलिस ने दूसरे पक्ष के लोगों को थाने बुलाया. इस दौरान दूसरे पक्ष की महिलाओं ने पीड़ित महिला पर वार्ड के पार्षद भरत कश्यप से अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए पार्षद पर राशन कार्ड नहीं बनाने और राशन नहीं देने का आरोप लगाया.

21 जून को अवैध संबंध का आरोप लगाते हुए महिलाओं का यह बयान सोशल मीडिया में वायरल हो गया. इसके बाद पीड़ित महिला ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी. उसे इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया, जहां से डिस्चार्ज होने पर पुलिस ने पीड़िता का बयान के आधार पर आकाश दरयानी, मोनू ठाकुर, रामप्रसाद धीमर व तीन महिलाओं के खिलाफ जान से मारने की धमकी व मारपीट का मामला दर्ज किया है.

देखें नेता प्रतिपक्ष व पार्षद भरत कश्यप का बयान: