सुशील सलाम,कांकेर. जिले के बिजली विभाग ने मीटर रीडिंग का काम गुड़गांव की एक निजी कंपनी सौप दिया है. जिस वजह से मीटर रीडिंग का काम कर रहे कर्मचारी बेरोजगार हो गए है. विभाग द्वारा बारसों से काम कर रहे रीडरों को इस तरह नज़रंदाज़ किये जाने से कर्मचारियों में काफी आक्रोश है और अब ये आंदोलन करने की तैयारी कर रहे है.

जिले में करीब 150 रीडर पिछले 12 सालों से प्रति मीटर साढ़े 5 रुपए के दर से मीटर रीडिंग का कार्य कर रहे थे. अब जैसे ही डिजिटल स्पॉट बिलिंग करने की बारी आई तो बिजली विभाग ने इन रीडरों पर भरोसा करना छोड़ गुड़गांव की एक कंपनी को ठेका दे दिया. विभाग रीडरों को पहले से आधे दाम में काम करने का दबाव बनाते हुए एक मीटर के लिए 2 रुपये 70 पैसे ही देने की बात कह रही है. जिसे कर्मचारियों ने आधे रेट में करने से इंकार कर दिया है.

कर्मचारियों का कहना है कि बिजली विभाग ने सभी कर्मचारियों को काम से हटा कर गुडगांव की कंपनी के लोगों को काम में रख लिया गया है. जिससे हमें तक घर चलाने में परेशानी हो रही है. जिसके बाद कर्मचारी में आक्रोश बना हुआ है. इनका कहना है कि हमें काम नहीं दिया गया, तो विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.

बता दें कि कंपनी बिजली विभाग से एक रिडिंग के पीछे 8 रुपए ले रही है और रीडरों को मात्र 2 रुपये 70 पैसे देकर कार्य करने को मजबूर कर रही है. इतने में काम नहीं करने पर काम छोड़कर जाने को कह रही है.