सत्यपाल राजपूत, रायपुर। सिविल लाइन स्थित नीर भवन में जल जीवन मिशन में कार्यरत कर्मचारियों को काम से हटा दिया गया है, जिससे इन कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. कर्मचारियों ने नीर भवन के बाद कलेक्टोरेट में नारेबाजी की. कलेक्टर से न्याय की गुहार लगा रहे हैं. दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने अपने रिश्तेदारों को नौकरी देने का आरोप लगाया है.

विनय कुमार नायक ने बताया कि वे और उनके साथी पिछले सात महीने से जल जीवन मिशन में काम कर रहे हैं. इमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. अब अचानक बिना नोटिस दिए उन्हें काम से निकाल दिया गया है.

विनय ने बताया कि अधिकारी ने उन्हें काम से हटाकर अपने चहेते लोगों को काम पर रख लिया है. इन कर्मचारियों ने कलेक्टर को पत्र लिखकर अधिकारियों की शिकायत की है. उन्हें वापस नौकरी में रखने की मांग की है.

तृतीय वर्ग सरकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने विजय झा ने कार्रवाई का विरोध किया है. अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी प्रदेश सरकार के इच्छा विरुद्ध काम कर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की साज़िश कर रहे हैं.

वहीं जल जीवन मिशन के अधिकारी अपने साला-साली को काम पर रख रहे हैं, ये अधिकारी दर्जनों कर्मचारियों को निकाल चुके हैं. कईयों को निकालने वाले हैं. उन्होंने अधिकारियों को निलंबित कर निकाले गए कर्मचारियों को वापस लेने की मांग की है.

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