Jasprit Bumrah: जब भारत विदेशी धरती पर सीना तानकर खेलता है, तो आज हर कोई जानता है कि उसके पास एक बुमराह नाम का हथियार है, जो अकेले ही मैच का रुख पलट सकता है. लॉर्ड्स टेस्ट में बुमराह ने एक महारिकॉर्ड बनाया है. वो SENA में टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर बन चुके हैं.
Jasprit Bumrah: भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में जारी तीसरा टेस्ट मैच रोमांच से भरपूर दिख रहा है. भारतीय गेंदबाज कमाल की बॉलिंग कर रहे हैं. टीम इंडिया के लिए पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले जसप्रीत बुमराह दूसरी इनिंग में भी खतनाक दिख रहे हैं. यह मैच उनके लिए बेहद खास बन गया है, क्योंकि लॉर्ड्स में उन्होंने वो कर दिखाया, जिसने बुमराह को नए और ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंचा दिया है. बुमराह अब सेना देशों यानी (South Africa, England, New Zealand, Australia) में टीम इंडिया के सबसे बड़े विकेट टेकर बन चुके हैं. मतलब उनके नाम इन दोशों में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है.
जसप्रीत बुमराह ने इस टेस्ट में जिस तरह से इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ी और पांच विकेट चटकाए, उससे ये साफ हो गया है कि बुमराह आज भारत के सबसे भरोसेमंद टेस्ट मैच विनर बन चुके हैं. सेना देशों में ये खिलाड़ी तीनों फॉर्मेट में मिलाकर अब तक 221 शिकार कर चुका है. वहीं करियर के तीनों फॉर्मेट में बुमराह ने भारत के लिए जलवा दिखाया. वो अब तक 47 टेस्ट में 215, 89 वनडे में 149 और 70 टी20 में 70 विकेट निकाले हैं.
लॉर्ड्स में रचा इतिहास
बुमराह ने लॉर्ड्स की हरी पिच पर घातक स्पैल फेंकते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजों को सांस लेने का मौका तक नहीं दिया. उन्होंने इस मैच में अपने पांच विकेट हॉल के साथ इतिहास भी रहा, वो विदेशी सरजमीं पर सबसे ज्यादा 13 बार 5 विकेट हॉल करने वाले गेंदबाज बने हैं, उन्होंने इस मामले में कपिल देव (12) को पीछे छोड़ा था.
SENA में भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले दिग्गज
अब बुमराह के नाम SENA देशों में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हो चुके हैं. इस मामले में उन्होंने अनिल कुंबले को पीछे छोड़ा है, जिन्होंने अपने पूरे करियर में SENA देशों में कुल 219 शिकार किए थे. इस लिस्ट में मोहम्मद सिराज, जवागल श्रीनाथ और कपिल देव का नाम भी है.
- 221*-जसप्रीत बुमराह
- 219- अनिल कुंबले
- 218- मोहम्मद सिराज
- 212- जवागल श्रीनाथ
- 211- कपिल देव
Jasprit Bumrah से डरते हैं बल्लेबाज?
यह रिकॉर्ड सिर्फ संख्या का खेल नहीं है, यह उस धैर्य, निरंतरता और क्लास का प्रमाण है, जो बुमराह ने विदेशों में दिखाया है. बुमराह की यॉर्कर जैसी सटीक गेंदें, लेथल बाउंसर, नपी-तुली लाइन लेंथ और पावर प्ले से लेकर डेथ ओवर तक असर डालने की क्षमता उन्हें एक मल्टी-डायमेंशनल फोर्स बनाती है. बुमराह के नाम का इतना खौफ है कि विपक्षी टीमों के कुछ पुछल्ले बल्लेबाज तो उनके नाम से ही थर-थर कांपने लगते हैं.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें