शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट की एंट्री हो चुकी है। एक्सएफजी नाम का नया वेरिएंट अब सबसे तेजी से फैलने वाला वायरस बना है। इसी कड़ी में 44 नमूनों में से 28 नमूनों यानी 63.6 प्रतिशत में एक्सएफजी वेरिएंट पाए गए हैं। यह नया वेरिएंट पहले से फैल रहे एलएफ 7 वेरिएंट से ही बना है।

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अब पुराने वेरिएंट एलएफ-7 का असर कम हुआ

प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के नए वेरिएंट के 28 मरीज मिले हैं। 44 नमूनों की जीनोम सिक्वेसिंग में मिले। संक्रमितों में लक्षण बेहद हल्के और घबराने की जरूरत नहीं है। अब पुराने वेरिएंट एलएफ-7 का असर कम हुआ है। इसके पहले प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के केस सामने आए थे। सबसे ज्यादा ग्वालियर और जबलपुर में मामले सामने आए थे। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से कोरोना वायरस से बचने जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है।

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भारत में इनकी वृद्धि कम और मृत्यु दर भी काफी कम

एक्सपर्ट्स का कहना है, फिलहाल ऐसा कोई सबूत नहीं है जो दिखाए कि XFG के कारण अधिक गंभीर बीमारी या अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति बन रही है। हालांकि इस XYG में इम्युनिटी को चकमा देकर चुपचाप फैलने की इसकी क्षमता यदि और बढ़ती है तो चिंता का विषय हो सकता है। हालांकि यदि इन वैरिएंट पर अभी बारीक नजर नहीं रखी गई तो ये आगे चलकर जोखिम पैदा कर सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जितने भी वैरिएंट सामने आ रहे हैं ये सभी ओमिक्रॉन वैरिएंट और सब-वैरिएंट हैं। भारत में इनकी वृद्धि कम है और मृत्यु दर भी काफी कम है। इन वैरिएंट से जुड़ा कोई बड़ा खतरा नहीं है।

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