बलरामपुर। जिले के रामानुजगंज में गरीबों की झोपड़ी पर प्रशासन का बुलडोजर चलने के बाद स्थानीय प्रशासन की संवेदनहीनता देखने को मिल रही है. झोपड़ी गिराने, बेदखली की कार्यवाही के बाद पिछले एक सप्ताह से एक हँसते-खेलते परिवार इसके शिकार बने. परिवार कड़कड़ाती ठंड में पेड़ के नीचे तम्बू बनाकर जीवन-यापन करने को मजबूर है.
मामला रामानुज गंज के वार्ड नंबर 1 का है. जहाँ शासकीय भवन बनाने के नाम पर राजस्व अधिकारियों ने कई घरों पर एक सप्ताह पहले बुलडोजर चला दिया था. पीड़ित परिवार ने गिड़गिड़ाते हुए जमीन सम्बंधित कागजात दिखाते हुए कुछ समय भी माँगा. पर प्रशासन ने उनकी एक ना सुनी और झोपड़ी पर बुलडोजर चला दिया.
इसमें से एक परिवार अमर प्रजापति का है. इस परिवार में बुजुर्ग माँ-बाप, जवान बहन और दो बच्चे हैं. ये परिवार पेड़ के नीचे तम्बू तान कर इस कड़कड़ाती ठंड में जीवन यापन कर रहा है. बहन की शादी लग चुकी थी और कुछ दिन बाद शादी भी होनी थी. लेकिन अब सर के ऊपर छत ही नहीं है ऐसे में शादी टूटने का डर भी इस परिवार को सताने लगा है.
खुले आसमान के नीचे बेघर हो चुके इस गरीब परिवार पर किसी भी सरकारी नुमाइंदों की नजर आज तक नहीं पड़ी है. ऐसे मे सवाल यह उठता है कि क्या इस बे-दखली की कार्यवाही से पहले प्रसाशन को इन्हें विस्थापित नहीं करना चाहिए था.