नई दिल्ली. सरकार लाख कोशिशों और कैंपेन चला रही है. इसके बावजूद भी दहेज प्रताड़ना, हत्या जैसे तमाम मामलों में कमी नहीं आ रही है. बल्कि यह दिनों दिन बढ़ती जा रही है. वहीं एक ताजा मामला दिल्ली से सटे नोएडा का आया है. जहां पति और ससुराल वालों ने प्रेगनेंट बहू को बांध कर रखा. गर्भवती महिला के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उसे मुक्त कराया. पुलिस ने पीड़िता के सास-ससुर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

पीड़िता का नाम श्वेता है. उसकी शादी 2017 में गौरव के साथ हुई थी. पुलिस ने बताया कि 5 माह की गर्भवती महिला को उसके पति की फैक्ट्री से आजाद करवाया गया. पीड़िता के हाथ-पैरों को रस्सी से बांधकर वहां एक अंधेरे कमरे में पिछले 48 घंटों से बंधक बनाकर रखा गया था. पीड़िता के हाथ पैर रस्सी से बंधे थे, मुंह पर टेप चिपका हुआ था. और  जिंदगी के लिए तड़प रही थी. चिल्ला रही थी लेकिन उसके पति को रहम नहीं आई . घटना सामने आने के बाद से आरोपी पति फरार चल रहा है.

बताया जा रहा है कि पीड़िता की शादी पिछले साल नोएडा के सेक्टर 39 में गौरव से हुई थी. लेकिन शादी के कुछ ही दिन बाद ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे. पीड़िता ने अपने पिता से इसकी शिकायत भी की.

मामला तब बढ़ा जब 1 जून को गौरव ने श्वेता के घर वालों को बताया कि श्वेता गायब है. श्वेता के घरवालों को गौरव और उसके घरवालों पर शक हुआ. श्वेता ने जैसा बताया था, उससे घरवालों को लगा कि ससुरालवालों ने श्वेता की हत्या कर दी है. घर वालों ने इसकी शिकायत नोएडा के सेक्टर 39 पुलिस थाने में की. उन्होंने पुलिस से कहा कि दहेज के लिए श्वेता को गायब किया गया है.

शिकायत के बाद भी पुलिस इतनी सुस्त रही कि करीब 48 घंटे बाद पीड़िता का पता लगा सकी. वो भी तब जब पीड़िता के परिजन खुद पुलिस के साथ अपनी बेटी के ससुराल खोजबीन करने पहुंचे. पुलिस ने बताया कि फिलहाल पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है. उसे नोएडा के कैलाश अस्पताल के आईसीयू में रखा गया है.