दिल्ली. ढलती उम्र के साथ इसका असर लोगों के चेहरे से लेकर फिटनेस तक पर दिखने लगता है. कुछ लोग खुद को बुजुर्ग कहने लगते हैं तो कुछ को आसपास के लोग बुजुर्ग कह देते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कश्मीर घाटी की एक जनजाति है जिसकी औसत उम्र 120 साल होती है और ताउम्र जवान रहती है. यहां महिलाएं 80 के उम्र में भी 25 की दिखती हैं.

बता दें कि कई लोगों ने इस जाति के साथ समय बिताया है. जो इनकी काफी तारीफ करते हैं और इनकी समझदारी की दात देते हैं. सेहतमंद जीवनशैली इनकी लंबी उम्र का मुख्य कारण है. यहां रहने वाले लोग खुद के हाथ से उगाया हुआ ही खाना खाते हैं. हुंजा जनजाति के लोग खुबानी और धूप में सुखाए अखरोट खूब खाते हैं. अनाज में ये जौ, बाजरा और कुट्टु खाते हैं. ये सिर्फ दो वक्त का खाना खाते हैं.

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वहीं एक साइंटिस्ट ने बताया की यहां के लोग ग्लेशियर का पानी पीने और नाहाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. ये साइंटिस्ट कई सालों तक इनके साथ रहे हैं. उन्होंने बताया यहां कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की बीमारी से ग्रसित नहीं है. यहां सब एकदम स्वस्थ हैं.

पाक अधिकृत कश्मीर में गिलगित-बाल्टिस्तान के पहाड़ों के बीच बसे गांव में हुंजा जनजाति के लोग रहते हैं. इनकी औसत उम्र 110 से 120 साल की होती है. कुछ लोग तो 150 साल तक जीते हैं. यहां रहने वाले लोग 70 साल की उम्र में भी 20 साल के नौजवान जैसे दिखते हैं. वहीं पुरुष 90 साल की उम्र में भी पिता बन सकते हैं. यह बात डॉक्टर्स के लिए भी रहस्य बनी हुई है.