रायपुर। लखीमपुर में मृत किसानों के परिजनों को 50-50 लाख मुआवज़ा देने की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह का ट्वीट तक सवाल किया है. उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ने लखीमपुर के मृतक किसानों के परिजन को 50-50 लाख देने की घोषणा अच्छी बात है, लेकिन क्या यह राजनीति नहीं है.

डॉ. रमन सिंह ने अपने ट्वीट में कहा कि बीते ढाई सालों के दौरान छत्तीसगढ़ में 500 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की, लेकिन उनके परिजन को कोई मुआवजा नहीं मिला. प्रदेश के एक किसान परिवार का दर्द सुनिए. डॉ. रमन सिंह के पहले भाजपा सांसद सुनील सोनी ने भी भूपेश बघेल के लखीमपुर के मृत किसानों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए राहत राशि दिए जाने की घोषणा पर सवाल उठाया था.

वहीं भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की किसानों के प्रति दुर्भावना है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखीमपुर खीरी के किसानों को 50-50 लाख रुपए देने की घोषणा कर रहे हैं, लखीमपुर खीरी के किसान केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जो 3 काले कानून बनाए गए थे, उसके विरोध में काले झंडे दिखा रहे थे. भाजपा नेता के पुत्र ने रौंद कर उनकी हत्या कर दी.

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि उन किसानों के साथ आज पूरा देश एकजुटता से खड़ा हुआ है, तो ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उन किसानों को 50-50 लाख रुपए देने की घोषणा कर पूरे छत्तीसगढ़वासियों का दिल जीता है. पूरा छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री के इस कदम की सराहना करता है. भाजपा को लखीमपुर के किसानों को मुआवजा देने पर आपत्ति क्यों कर रही है, जब इस देश से चौकसी, विजय माल्या, जैसे लोग करोड़ों रुपए लेकर भाग गए तब भाजपा को पीड़ा नहीं हुई.