रायपुर- कोरोना संकट की वजह से चल रहे लाॅकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ में आज से शराब दुकानें खोल दी गई है. राज्य सरकार ने केंद्र की एडवायजरी का हवाला देते हुए सभी जिलों में शराब दुकानों में बिक्री पर लगी रोक हटा दी है. इसके साथ ही होम डिलीवरी को भी राज्य में अनुमति दी गई है. शराब दुकान खोलने के अपने फैसले से सरकार विपक्ष के निशाने पर भी आ गई.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधायक अजय चंद्राकर ने एक के बाद एक किए गए कई ट्वीट के जरिए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. शराब दुकान खुलने के साथ ही उमड़ी भीड़ की तस्वीरे पोस्ट करते हुए अजय चंद्राकर ने व्यंग्यगात्मक ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा है कि, टाॅकीज खुलने के पहले पिक्चर हिट !

 

अपने दूसरे ट्वीट में अजय चंद्राकर ने शराब की होम डिलीवरी शुरू किए जाने पर सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि, पढ़ई तुंहर दुआर के संग-संग, अब दारू तको तुंहर दुआर, वहीं अपने तीसरे ट्वीट में वह लिखते हैं कि, दारू पीबो अऊ खाबो चखना, जुग-जुग जियो कवासी लखमा..!!


सरकर के उच्च पदस्थ अधिकारियों का कहना है कि शराब दुकान खोलने में सरकार की दिलचस्पी की एक वजह राजस्व नुकसान की भरपाई भी है. दरअसल लाॅकडाउन की वजह से राज्य सरकार के राजस्व में भारी कमी आई है. सरकार की आर्थिक स्थिति पर इसका बुरा प्रभाव पड़ा है, ऐसे में आर्थिक रूप से आ रही रूकावटों को एक हद तक खत्म करने की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में शराब दुकानों से मिलने वाले राजस्व को देखा जा रहा है. इधर बीजेपी की दलील है कि आर्थिक नुकसान की भरपाई के दूसरे तरीके हो सकते हैं.

सत्ता में आने के पहले कांग्रेस ने अपने जनघोषणा पत्र में शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन साल 2018 में सत्ता की कमान मिलने के बाद सरकार ने कमेटी का गठन कर दिया. राज्य में इस समय 650 शराब दुकानें हैं, जिनमें से 337 देशी और 313 विदेशी शराब दुकानें है. आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने अपने एक बयान कहा है कि देशी शराब की प्रति बोतल में 10 रूपए अतिरिक्त लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट की वजह से इस अतिरिक्त राशि का उपयोग ग्रामीण अधोसंरचना पर खर्च किया जाएगा.