नई दिल्ली। संसद द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के जारी आंदोलन के बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने अपना पद्म विभूषण सम्मान वापस कर दिया है. बादल को यह सम्मान 2015 में प्रदान किया गया था.

कृषि कानून के विरोध में प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण सम्मान लौटाते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे तीन पन्नों की चिट्ठी में कहा कि मैं इतना गरीब हूं कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास कुछ और नहीं है, मैं जो भी हूं किसानों की वजह से हूं. ऐसे में अगर किसानों को अपमान हो रहा है, तो किसी तरह का सम्मान रखने का कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों के साथ जिस तरह का धोखा किया गया है, उससे उन्हें काफी दुख पहुंचा है. किसानों के आंदोलन को जिस तरह से गलत नजरिये से पेश किया जा रहा है, वो दर्दनाक है.

बताया जा रहा है कि सिर्फ प्रकाश सिंह बादल ही नहीं ही नहीं बल्कि अकाली दल के नेता रहे सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म भूषण सम्मान भारत सरकार को लौटाने की घोषणा की है. इनके अलावा पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने अपना पद्म श्री सम्मान लौटाने की घोषणा की है.

हरसिमरत कौर बादल दे चुकी हैं इस्तीफा

बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर पहले ही प्रकाश सिंह बादल की बहू हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. इसके साथ ही प्रकाश सिंह बादल के बेटे सुखबीर सिंह बादल ने एनडीए से अलग होने की घोषणा की थी. अब ताजा घटनाक्रम में प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटाया है.