पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। सुपेबेड़ा के ग्रामीणों में जानलेवा किडनी की बीमारी को लेकर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दूषित पानी के अलावा ओड़िसा का नकली शराब को भी किडनी की बीमारी कारण बताया है. इसके साथ उन्होंने समर्थन मूल्य पर ओड़िसा के धान खपने की आशंका जताई है. उन्होंने दोनों को रोकने की बात कही.

गरियाबन्द जिले के मैनपुर 2 में बुधवार को मातर महोत्सव में आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुपेबेड़ा में किडनी बीमारीं का कारण दूषित पानी के अलावा नकली शराब भी है, जो ओड़िसा से पहुंच रहा है. इसे रोकने के लिए एसपी को निर्देश दिया है. 14 नबम्बर से शुरू होने वाले धान खरीदी को लेकर भी लखमा ने गम्भीरता दिखाई.

उन्होंने कहा कि ओड़िसा सीमा से लगे जिले के समर्थन मूल्य धान खरीदी केंद्रों में ओड़िसा का सस्ता धान पहुंच जाता है, क्योंकि ओड़िसा राज्य में धान की कीमत कम है, जिसका फायदा बिचौलिए जमकर उठाते हैं. मंत्री ने कलेक्टर को निर्देशित करते हुए कहा कि बाहरी धान के आवक को अभी से रोकना होगा. आयोजन में मंत्री लखमा के साथ पीसीसीसी चीफ मोहन मरकाम भी मौजूद थे. बता दें कि सुपेबेड़ा में 2008 से अब तक 72 किडनी पीड़ितों की मौत हो चुकी है.