रायपुर। पत्थलगढ़ी आंदोलन चलाने के आरोप में जेल जा चुके रिटायर्ड आईएएस हरमन किंडो ने भूपेश बघेल से मुलाकात की है. दोनों के बीच मुलाकात राजधानी रायपुर में हुई है. बंद कमरे में 10 मिनट दोनों ही कुछ खास चर्चा की है. गोपनीय तरीके से हुई मुलाकात के कई राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं. विशेषकर कुनकुरी से चुनाव लड़ने को लेकर. हालांकि किंडो ने मुलाकात घरेलु बताया है. बघेल ने मुलाकात करने के बाद lalluram.com से बातचीत में किंडो ने कहा कि किसी भी तरह की कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई. मेरे कुछ घरेलु मामले थे जिसे लेकर मैने मुलाकात की है.
पत्थलगढ़ी मामले में मुझे फंसाया गया
हरमन किंडो ने कहा कि पत्थलगढ़ी मामले को लेकर मेरा कोई लेना-देना नहीं था. इस आंदोलन में मेरी कोई भूमिका नहीं थी. मेरा नाम जबरिया इस आंदोलन में जोड़ा गया. मुझे साजिश के तहत फंसाने काम किया गया. कुछ स्थानीय नेताओं ने मेरे खिलाफ षड़यंत्र किया है. हालांकि उन्होंने किसी राजनीतिक दल का नाम लिया.
सरकार के खिलाफ बोलने से बचे
जशपुर के भीतर आदिवासी आंदोलन का नेतृत्व करने वाले किंडो ने राजधानी में सरकार खिलाफ बोलने से बचते रहें. उन्होंने सरकार के खिलाफ कुछ नहीं कहा. यहां तक कि पत्थलगढ़ी आंदोलन में सरकार की भूमिका को लेकर भी. उन्हें नहीं पता कि सरकार ने इसमें क्या किया या नहीं. फिलहाल जशपुर के भीतर हालात अभी ठीक है.
चुनाव पर संस्पेंस
किंडो ने चुनाव को लेकर कुछ खास नहीं कहा. बस ये बोले कि देखते हैं. फिलहाल कोई तैयारी चुनाव को लेकर नहीं है.