शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन (Police Housing Corporation) के बर्खास्त सहायक इंजीनियर हेमा मीणा छापा (assistant engineer Hema Meena Raid) मामले में उसके संरक्षक जनार्दन सिंह को लेकर और एक नया खुलासा हुआ है। जनार्दन सिंह को मूल विभाग में वापस भेजने कई बार पत्र लिखा गया किंतु हर बार प्रोजेक्ट पूरा नहीं होने का हवाला देकर नहीं भेजा गया।

जानकारी के अनुसार पीडब्ल्यूडी (PWD) विभाग ने पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन को चार बार पत्र लिखा था। यह पत्र जनार्दन सिंह को मूल विभाग में भेजकर सेवा सौंपने के लिए लिखा गया था। लल्लूराम डॉट काम के पास PWD और पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के बीच हुए पत्राचार के सबूत मौजूद है। पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन ने चारों बार उनके अंडर में चल रहे प्रोजेक्ट का हवाला देकर वापस भेजने से इंकार कर दिया था। बता दे कि पिछले 15 साल से जनार्दन सिंह प्रतिनियुक्ति पर था। 16 साल में चार बार पत्र लिख जनार्दन सिंह को मूल विभाग में भेजने की मांग की गई थी। सभी बार कहा गया कि डिपार्टमेंट को उनकी जरूरत और नहीं भेज सकते। पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के इंजीनियर जनार्दन सिंह को निलंबित कर दिया गया है। हेमा मीणा छापा मामले में नाम सामने आने के बाद निलंबित किया गया है।

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