Exit Poll: लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट आने में सिर्फ एक दिन बचा है. सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही है. 2 दिन पहले आए एग्जिट पोल ने भाजपा गठबंधन वाली NDA जीत के दावे किए थे. एग्जिट पोल में इस बार भी ऐसा दावा किया कि है जनता का मूड मोदी सरकार के साथ है. कई सर्वे में तो NDA 400 पार दिखाई दी. दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन को इस बार भी सत्ता नहीं मिलती दिखाई दे रही है. एग्जिट पोल के आंकड़े को लेकर एक तरफ भाजपा जश्न मना रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने इन आंकड़ों को मोदी का एग्जिट पोल करार दिया है. इस बीच केरल के तिरुवंतपुरम से कांग्रेस उम्मीदवार और पार्टी के वरिष्ठ शशि थरूर इन एग्जिट पोल को हवा-हवाई कहा हैं. अगर बुरे से बुरा हो जाए और हम हार गए तो भी हमारा प्रदर्शन 2019 से काफी बेहतर होने वाला है.

उन्हें एग्जिट पोल के आंकड़े “चौंकाने वाले” लगते हैं. पोल में दिखाए गए आंकड़ों का “जमीन में जनता की प्रतिक्रियाओं से कोई संबंध नहीं हैं.” कांग्रेस का संदेश स्पष्ट था कि क्या इन 10 साल में भाजपा ने सिर्फ मंदिर और पीएम मोदी की वाकपटुता के अलावा जनता को कोई और चीज दी, जो असल में उनके और उनके परिवार के हितों के लिए थी.

कांग्रेस के वादे ज्यादा स्पष्ट

थरूर ने कहा कि इस बार चुनाव में मतदाताओं के लिए यह सोचने का समय था कि क्या उन्हें या उनके परिवारों को भाजपा के 10 साल के शासन से किसी भी तरह का लाभ मिला है? जब हमने लोगों से बात की, तो पता लगा कि लोगों ने अपनी नौकरी, आय की स्थिति या जीवन शैली के संबंध में कोई सुधार नहीं पाया है. हमने अपने मेनिफेस्टो में 5 न्याय के साथ एक मजबूत संदेश दिया. संदेश यह कि हमें बेरोजगारी, आय में गिरावट और मंहगाई की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए काम करने हैं.

थरूर कहा कि इस बार चुनाव में कांग्रेस और विपक्ष पिछले 2 बार के प्रदर्शनों से काफी बेहतर करने वाला है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के नंबर 3 अंकों में होंगे और इंडिया गठबंधन 295 से अधिक सीट जीतने जा रही है. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने I.N. D.I.A. गठबंधन के बाकी नेताओं के साथ परामर्श और कार्यकर्ताओं के फीडबैक के बाद यह नंबर दिया है. इसका मतलब यह है कि एग्जिट पोल गलत साबित होने वाले हैं.

थरूर ने कहा कि मैंने बिहार, केरल, पंजाब, महाराष्ट्र में प्रचार किया. लगता है कि एग्जिट पोल का उस तरह के फीडबैक से कोई संबंध नहीं है जो मैं जमीनी स्तर पर पा रहा था. मैं पूरी तरह से हैरान हूं. मैंने एग्जिट पोल में देखा कि सभी केरल में उन्हें 1-7 सीटें दे रहे हैं. यह पागलपन है. यह मुझे पूरी तरह से अविश्वसनीय लगता है. जब तक कोई जादू नहीं चलता, तब तक भाजपा के लिए केरल में एक भी सीट जीतना संभव नहीं है.

पिछले चुनावों में केरल के एक प्रमुख अखबार ने एग्जिट पोल के आधार पर पहले पन्ने पर एक स्टोरी छापी थी जिसमें कहा गया था कि मैं अपनी सीट हार रहा हूं. लेकिन, मैंने एक लाख के अंतर से चुनाव जीता. सच तो यह है कि एग्जिट पोल किसी भी तरह से अचूक या फुलप्रूफ़ नहीं होते.

केरल-तमिलनाडु में वोट शेयर बढ़ा सकती है भाजपा

थरूर ने आगे कहा कि तमिलनाडु में भी यही स्थिति है. मैंने तमिलनाडु में कई लोगों से बात की है और यह एग्जिट पोल के दावे हास्यास्पद हैं. हो सकता है कुछ क्षेत्रों में भाजपा अपना वोट शेयर बढ़ा सकती है. लेकिन पिछले कई चुनावों से भाजपा केरल में 12-13% (वोट शेयर) पर अटकी हुई है. मुझे नहीं लगता कि इसमें बदलाव आएगा. लेकिन अगर थोड़ी बढ़ोतरी होती भी है तो यह बहुत आश्चर्य वाली बात नहीं होगी.

अगर एग्जिट पोल के रुझानों जैसे नतीजे सामने आते हैं तो भी उतने बुरे रिजल्ट नहीं होंने वाले. मुझे पूरा भरोसा है अगर हमारे दावे गलत साबित होते भी हैं और चुनाव हार जाते हैं, तो भी 2019 के मुकाबले कांग्रेस का  प्रदर्शन काफी बेहतर होगा. मैं इस चुनाव को 2014 या 2019 के पैटर्न पर नहीं देखता. मुझे लगता है कि सबसे खराब स्थिति में भी कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन का प्रदर्शन काफी अच्छा होने वाला है.