देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कुंभ 2027 को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर कुंभ 2027 के भव्य एवं दिव्य आयोजन की बड़ी जिम्मेदारी है। इसमें सभी साधु संतों के सहयोग की अपेक्षा की जाती है। मुख्यमंत्री ने आचार्य सद्गुरु स्वामी टेऊराम महाराज को सनातन संत परंपरा का महान संत बताते हुए कहा कि उन्होंने जीवन भर समाज को परमार्थ और सेवा की शिक्षा दी। उन्होनें लोगों को जात-पात, ऊंच-नीच और दिखावे से ऊपर उठकर प्रेम और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।

देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए भारतीय संसद द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति, तीन तलाक विरोधी कानून, नागरिकता संशोधन अधिनियम और वक्फ संशोधन अधिनियम जैसे कई ऐतिहासिक और युगांतकारी कानून पारित किए गए, जो आज देश को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सरकार देवभूमि उत्तराखण्ड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु भी संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। इसके लिए प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून और दंगा विरोधी कानून सख़्ती से लागू किये गए हैं।

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सीएम धामी ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में विकास की गंगा बहाने के साथ-साथ सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य निरंतर करती रहेगी। हमें पूर्ण विश्वास है कि प्रदेश की जनता के आशीर्वाद और सहयोग से हम अपने विकल्प रहित संकल्प के साथ उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने में अवश्य सफल होंगे। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक पुनर्जागरण भी हो रहा है। चाहे वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का निर्माण हो, उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण हो, अयोध्या में भगवान श्रीराम के दिव्य एवं भव्य मंदिर का निर्माण हो या फिर हाल ही में प्रयागराज में संपन्न हुए भव्य महाकुंभ का विश्वस्तरीय आयोजन हो।