वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। सालों से शहर में कैंसर का इलाज कर रहे डॉक्टर पर फर्जी होने का आरोप लगाते हुए आईएमए ने सीएमएचओ से शिकायत कर कठोर कार्रवाई की मांग की है. सीएमएचओ कार्यालय की टीम ने अस्पताल का निरीक्षण कर एमसीआई से डॉक्टर के रजिस्ट्रेशन की जानकारी मांगी है. इसे भी पढ़ें : CG NEWS: 31 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी, चुनाव प्रशिक्षण में अनुपस्थित होने पर लिया गया एक्शन

बिलासपुर के सकरी थाना क्षेत्र में गहलोत हॉस्पिटल के संचालक डॉ. विवेक गहलोत वर्षों से कैंसर सर्जन का बोर्ड लगाकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का ईलाज कर रहे हैं. डॉ. गहलोत समय-समय पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और डॉक्टर्स मीट के कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं. ऐसे ही आईएमए की एक बैठक में डॉ. गहलोत की डिग्री और कॉलेज के संबंध में अन्य डॉक्टरों ने जानकारी मांगी.

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डॉ. गहलोत ने स्वयं को एमसीएच ऑन्कोलॉजिस्ट एम्स दिल्ली से और एमएस सर्जन जयपुर मेडिकल कॉलेज से करना बताया. शहर के डॉक्टरों ने एम्स दिल्ली और जयपुर में पतासाजी की, जिस पर पता चला कि डॉक्टर विवेक गहलोत ने दोनों ही जगहों में डिग्री नहीं ली है. इसके बाद आईएमए की ओर से सीएमएचओ कार्यालय में कार्रवाई को लेकर शिकायत की.

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एसोसिएशन की शिकायत पर सीएमएचओ कार्यालय की टीम ने गहलोत हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे, तो बीते कई दिनों से बंद पाया गया. माना जा रहा है कि डॉक्टरों ने जब से आईएमए मीटिंग में विवेक गहलोत से पूछताछ की, तब से वे बिलासपुर से फरार हो गए हैं. बहरहाल, सीएमएचओ का कहना है कि एमसीआई से जानकारी आने के बाद विवेक गहलोत को दोषी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा.