दिल्ली। पाकिस्तान में नियम और कानून का माखौल उड़ना आम बात है। अब तो यहां फर्जी दस्तावेजों के सहारे लोग विमान भी उड़ा रहे हैं।

पाकिस्तान सरकार ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विमान उड़ाने को लेकर पचास पायलटों का लाइसेंस रद्द कर दिया है। माना जा रहा है कि इन फर्जी पायलटों की संख्या सैकड़ों में है। अब प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि इतनी बड़ी तादाद में कैसे पायलट के फर्जी लाइसेंस बन गए। पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण ने फर्जी पायलटों पर कार्रवाई के बारे में कोर्ट को बताया है।

दरअसल, पाकिस्तान में फर्जी लाइसेंस का मुद्दा इस साल मई को कराची में पाकिस्तान एयरलाइंस के विमान के हादसे के बाद उठा। इस हादसे में सौ लोगों की जान चली गई थी। पाकिस्तान के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने बताया कि देश के सक्रिय 860 पायलटों में 260 के पास या तो फर्जी लाइसेंस हैं या उन्होंने परीक्षा में गड़बड़ी की है। अधिकारियों ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट को बताया कि अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन की जरूरतों के हिसाब से उन्होंने 860 वाणिज्यिक पायलटों के लाइसेंसों की समीक्षा की और सघन जांच के बाद उनमें से 50 के लाइसेंस रद्द कर दिये। ये पायलट पीआईए व अन्य पाकिस्तानी निजी एवं विदेशी एयरलाइनों में काम कर रहे थे।