कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में नकली रेमजेसिविर इंजेक्शन मामले में जबलपुर पुलिस मंगलवार को गुजरात रवाना हुई. पुलिस नकली इंजेक्शन मामले में आरोपी सपन जैन, सुनील मिश्रा, पुनीत शाह और कौशल बोरा को लेने गुजरात के सूरत लेने पहुंची है. चारों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर जबलपुर ले आएगी. चारों आरोपी गुजरात पुलिस की कस्टडी में हैं.
गौरतलब है कि नकली रेमडेसिविर केस में गुजरात पुलिस ने जबलपुर के दवा व्यवसायी सपन जैन को 7 मई को गिरफ्तार किया था. आरोपी सपन जैन ने सिटी हॉस्पिटल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा को नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन देने की बात सामने आयी थी. इसके बाद जबलपुर पुलिस ने सरबजीत सिंह मोखा को गिरफ्तार कर उसपर रासुका की कार्रवाई की है. अबतक नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन से जबलपुर सिटी अस्पताल में 9 मरीजों की मौत होने की जानकारी सामने आ चुकी है.
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नकली इंजेक्शन की कहानी शुरू हुई गुजरात के मोरबी गांव से जहां एक फैक्ट्री में ग्लूकोज और नमक मिलाकर करीब 5000 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाए गए. इनमें से 700 इंदौर और 500 जबलपुर में खपाए गए. नकली इंजेक्शन बनाकर बेचने की साजिश का मास्टरमाइंड पुनीत शाह और कौशल बोहरा हैं. पुनीत शाह डिस्पोजेबल ग्लव्स का बिजनेस करता था. कौशल बोहरा ने उसे कोरोना काल में मेडिकल लाइन में कुछ करने का आइडिया दिया था। यहीं से नकली रेमडेसिविर तैयार कर उसे बेचने की कहानी की शुरुआत हुई.
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