कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल समूह के अधीन सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की फॉल सीलिंग एक बार फिर गिर गई। ओपीडी काउंटर पास हुए इस हादसे में OPD की लाइन में पर्चा बनवाने खड़ी लड़की इसकी चपेट में आ गई। गनीमत रही कि लड़की के मामूली चोटे आई। NABH ने भी इस हॉस्पिटल के 02 दिन के निरीक्षण में काफी खामियां निकाली है। यही वजह है की NABH ने 640 में से 520 अंक दिए है। 90 दिन के खामियां दूर न करने पर मान्यता पर संकट आ सकता है।

दरअसल, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में फॉल सीलिंग गिरने की घटना 10वीं बार हुई है। लेकिन इस बार इलाज के लिए OPD का पर्चा बनवाने खड़ी लड़की इसकी चपेट में आ गई। लड़की के नाक और कंधे पर हल्की चोट भी आई। घटना के चलते अफरा-तफरी मच गई। ओपीडी की लाइन में खड़े लोग डर कर दूर जा खड़े हो गए।

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सबसे हैरान करने वाली बात यह भी है कि रविवार को ही NABH यानी नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल्स एंड हैल्थकेयर प्रोवाइडर का निरीक्षण पूरा हुआ है। NABH ने 02 दिन के निरीक्षण के बाद हॉस्पिटल को 640 में से 520 ही अंक दिए। निरीक्षण दल ने 90 दिनों के भीतर खामियां दूर करने के निर्देश है। यदि ऐसा नहीं होता तो हॉस्पिटल की मान्यता भी खत्म हो सकती है।

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पूरे हॉस्पिटल में फॉल सीलिंग को दुरुस्त करने में लगभग 70 लाख रुपए का खर्चा आ रहा है। लेकिन फॉल सीलिंग के बार-बार गिरने पर अभी तक कोई सख्त कार्रवाई अब तक क्यों नहीं हुई। यह सवाल भी खड़े हो रहे है।

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