आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा में एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म की झूठी शिकायत दर्ज कराने के आरोप में एक महिला और तीन वकीलों को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि आरोपी महिला और वकीलों ने मामले को सुलझाने के लिए युवक से पांच लाख रुपए की मांग की और उसे ब्लैकमेल करने की भी कोशिश की.

हरि पर्वत थाने के थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने गुरुवार को बताया कि महिला और तीन वकीलों पर आईपीसी की धारा 195 (आजीवन कारावास या कारावास से दंडनीय अपराध की सजा हासिल करने के इरादे से झूठे सबूत देना या गढ़ना), 384 (जबरन वसूली), 385 (जबरन वसूली के लिए किसी व्यक्ति को चोट के डर से डालना) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इन सभी को बुधवार को गिरफ्तार करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

पुलिस अधिकारी के अनुसार, 28 वर्षीय महिला ने 24 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि उसके परिचित 20 वर्षीय राहुल सिकरवार ने उसे एक होटल में अपना जन्मदिन मनाने के लिए बुलाया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ देकर उसके साथ दुष्कर्म किया. महिला ने यह भी दावा किया कि राहुल ने दुष्कर्म का वीडियो बनाया और उसे वायरल करने की धमकी भी दी.

पुलिस ने युवक के खिलाफ हरि पर्वत थाने में 376 (दुष्कर्म) समेत आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी. जांच के दौरान, शिकायत फर्जी पाई गई और पता चला कि महिला और उसके तीन वकीलों जितेंद्र राजपूत, निशांत कुमार और शेखर प्रताप सिंह ने राहुल के खिलाफ 5 लाख रुपए की रंगदारी की साजिश रची थी. इनके कब्जे से 3.75 लाख रुपए बरामद किए गए हैं.