रणधीर सिंह परमार, छतरपुर। मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ गया है. संक्रमित लोग एवं परिजनों को उपचार को लेकर अस्पतालों में विपरीत स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. पूरे प्रदेश के किसी न किसी जिले में रोज डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच विवाद की खबरें आ रही है. इस विषम परिस्थिति में जहां डॉक्टर मरीजों की सेवा में दिन रात लगे हुए हैं, वहीं परिजनों द्वारा उपचार में कमी को लेकर आपा खोने के मामले भी सामने आ रहे हैं. इससे अस्पतालों में मरीज के परिजनों द्वारा अस्पताल स्टॉफ के साथ विवाद और हाथापाई की भी नौबत निर्मित हो रही है. ऐसा ही एक मामला जिला अस्पताल में सामने आया है जहां परिजनों ने सिविल सर्जन के साथ मारपीट कर दी.

संयुक्त कलेक्टर के सामने दो लोगों ने की मारपीट
जानकारी के अनुसार अस्पताल में जगह और ऑक्सीजन को लेकर दो युवकों का सिविल सर्जन के साथ विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित युवकों ने सिविल सर्जन लखन तिवारी के साथ मारपीट कर दी. इस दौरान वहां पर संयुक्त कलेक्टर भी मौजदू थे. मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह मामला शांत कराया. इसके बाद अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी एकत्र हो गए और आरोपियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर अड़ गए.

दो युवकों  के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज

जिला अस्पताल पहुंचे जिला पंचायत सीईओ एबी सिंह सहित पुलिस बल ने मामले को शांत कराया. पुलिस ने इस मामले में किशन दास शर्मा और शौर्य शर्मा के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

उज्जैन के एक निजी अस्पताल में हंगामा करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया था

बता दें कि कल ही उज्जैन के एक निजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हंगामा करने वाले तीन लोगों को पुलिस विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था. इसी तरह हरदा जिला अस्पताल में भी मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया था. इस मामले में भी पुलिस ने अपराध कायम किया है.

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