ग्वालियर. मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण थम नहीं रहा है. कोरोना संक्रमित लोगों के उपचार के लिए कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी है तो कही इंजेक्शन का अभाव है. प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए समुचित व्यवस्था के बाद भी लोगों में हा-हाकार की स्थिति है. कोरोना मरीजों के लिए जरूरी इंजेक्शन रेमडेसिविर की कमी बनी हुई है. सरकार द्वारा बड़ी मात्रा में इंजेक्शन के डोज मंगाने के बाद भी जरूरतमंद लोगों तक इंजेक्शन नहीं पहुंच रही है. इंजेक्शन नहीं मिलने के विरोध में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को अपनी ही पार्टी के एक पूर्व पदाधिकारी का विरोध का सामना करना पड़ा.

रेसकोर्स रोड़ स्थित केबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले के बाहर चादर बिछाकर लेट गए
जानकारी के अनुसार ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले के सामने देर रात हाई वोल्टेज पोलिटिकल ड्रामा हुआ. रेमेडसिविर इंजेक्शन ना मिलने से नाराज हुए पूर्व जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा, रेसकोर्स रोड़ स्थित केबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले के बाहर चादर बिछाकर लेट गए. इसकी जानकारी मिलते ही मंत्री उन्हें मनाने पहुंचे, किंतु नाराज देवेश शर्मा ने प्रदेश और शहर में चिकित्सा उपचार की व्यवस्था और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी को लेकर खरी खोटी सुना दी. मंत्री उन्हें देर रात तक मनाते रहे.

देवेश शर्मा बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष और नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी

बताया जाता है कि देवेश शर्मा बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष और नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी माने जाते हैं. मंत्री के बंगले के सामने विरोध की जानकारी मिलते ही मौके पर कांग्रेस के विधायक सतीश सिकरवार भी पहुंच गए थे. उन्होंने भी शर्मा का समर्थन करते हुए प्रदेश में जारी चिकित्सा सुविधा व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की.

रेमडेसिविर इंजेक्शन की बड़ी किल्लत चल रही

बता दें कि ग्वालियर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की बड़ी किल्लत चल रही है. इंजेक्शन के अभाव में कोरोना संक्रमित मरीजों का सब्र का बांध टूट रहा है. वहीं मरीज भी इंजेक्शन की कमी को लेकर चिंतित है और मंहगे दाम में ब्लैक में खरीदने को मजबूर है.