रमेश बत्रा, तिल्दा नेवरा। अंचल में हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. फसल पककर तैयार हो चुकी है, कई स्थानों पर फसले काटने की तैयारी है. ऐसे में बेमौसम बारिश की वजह से फसल अब पानी में डूब गई है. किसानों के मुताबिक करीब 30 से 40 फीसदी फसलों के खराब होने का अनुमान है.
किसानों को मौसम ने इस बार धान बोने के पहले परेशानी में डाला था और अब फसल पककर तैयार होने के बाद एक बार फिर से बारिश की वजह से परेशानी से जूझ रहे हैं. किसानों के अनुसार इस बारिश से धान की फसल को नुकसान पहुंचेगा. पानी कम होने के कारण पहले ही लगभग 20 फीसदी फसल चौपट हो चुकी है अब फसल पकने पर हो रही बारिश ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी है. किसानों का कहना है कि यह पानी बंद नहीं हुआ तो 30 से 40 फीसदी नुकसान की संभावना है.
खेतों में ही गिर पानी में डूब गई है फसल
सप्ताह भर पहले धान की जो फसल खेतों में लहलहा रही थी, वह बारिश और तेज हवाएं के कारण खेतों में गिर गई है. बालियां जमीन पर गिरकर पानी में डूबी हुई है. किसानों का कहना है कि ऐसे में धान पकने से पहले ही फूलकर खराब हो रहे हैं. ऐसे हालत में धान में बदरा की मात्रा अधिक होगी, और धान की वजन में कमी आएगी. बदली के कारण से और बारिश के कारण धान के पौधे में कटवा, कीट प्रकोप, जैसे बीमारी भी अधिक लगेगी. बारिश थम भी जाए तो भी इन फसलों को उठाना भी किसी चुनौती से कम नहीं है. गीली जमीन से फसलों को उठाना और उन्हें काटने में भी परेशानी होगी.