हेमंत शर्मा,इंदौर। मध्यप्रदेश में किसानों की परेशानी कम नहीं हो रही है। कभी बेमौसम बारिश की मार के बाद खाद की कमी और बिजली की समस्या से किसानों को दो-चार होना पड़ रहा है। बिजली की समस्या से परेशान पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी के गेट पर 17 जिलों के भारतीय किसान मालवा प्रांत ने 7 घंटे से अधिक समय तक धरना दिया। किसानों की मांग है कि उन्हें 6 घंटे बिजली दिन में और 4 घंटे बिजली रात में दी जाए साथ ही बिजली उपकरणों का रखरखाव सही तरीके से विद्युत वितरण कंपनी करें

भारतीय किसान संघ मालवा प्रांत के ने मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के बाहर प्रदर्शन किया। लंबे समय तक प्रदर्शन के बाद किसानों ने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों से बात करने के बाद अपना अनिश्चितकालीन धरना फिलहाल 5 दिनों के लिए स्थगित कर दिया है। किसानों का कहना है कि उन्हें खेती करने के लिए दिन में 6 घंटे दिन में और 4 घंटे रात में बिजली दी जाए। साथ ही जो ट्रांसफार्मर पुराने हो गए हैं उन्हें बदलने का काम जल्दी किया जाए। बिजली के तारों को भी दुरुस्त किया जाए, तय समय में बिजली कटौती होने पर उसके बदले आगे पुन: बिजली दी जाए। विजिलेंस विभाग द्वारा गलत तरीके से बनाए गए पंचनामों को भी समाप्त किया जाए।

Read More : दतिया में गृह मंत्रीः नरोत्तम मिश्रा ने पीएम आवास और कन्या विवाह योजना के 85 लाख रुपए बांटे, सरकारी स्कूल बस चलाने का किया ऐलान

पूरे मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा मौखिक आदेश फिलहाल अधिकारियों को दे दिए गए हैं, पर 6 घंटे दिन में बिजली और 4 घंटे रात में बिजली देने के लिए बिजली कंपनी द्वारा प्रस्ताव बनाकर भोपाल भेज दिया गया है। जल्दी प्रस्ताव पर निर्णय होने के बाद 4 घंटे बिजली रात में और 6 घंटे बिजली दिन में देना शुरू कर दी जाएगी। रामप्रसाद सूर्या भारतीय किसान संघ प्रांत अध्यक्ष ने बताया कि इस प्रस्ताव पर निर्णय 5 दिनों के अंदर होना है। 5 दिनों में अगर निर्णय नहीं होता है तो किसान फिर से मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के गेट पर धरने पर बैठेंगे।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus