संगरूर: ट्रैवल एजेंट से ब्लैकमेलिंग के केस में ब्लॉगर भाना सिद्धू की गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार को किसान संगठन सड़क पर उतर आए. संगरूर में मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास का घेराव करने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और दर्जनों किसान नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. हालांकि देर शाम प्रशासन के 6 दिन में भाना सिद्धू को रिहा करने के आश्वासन के बाद किसानों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया. मुख्यमंत्री आवास के घेराव की धमकी को लेकर शनिवार को संगरूर में जिला पुलिस प्रशासन ने आसपास के जिलों में भी जगह-जगह नाकाबंदी करके प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया.

बठिंडा, फाजिल्का, पटियाला, नवांशहर, मुक्तसर, गुरदासपुर, रूपनगर और अन्य कई जिलों में दर्जनों किसान नेताओं को नजरबंद कर लिया गया. इसके बावजूद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी संगरूर पहुंचने में सफल हो गए. मुख्यमंत्री आवास से कुछ किलोमीटर दूर बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर किसानों ने धरना देकर साढ़े सात घंटे तक प्रदर्शन किया. मैहलां चौक के पास मौके पर पहुंचे एडीजीपी (ला एंड आर्डर) जीएस ढिल्लो लक्खा सिधाना सहित कुछ किसान नेताओं के साथ बैठक की.

इस दौरान प्रशासन ने लिखित तौर पर पत्र सौंपा कि भाना सिद्धू को 6 दिन के भीतर रिहा कर दिया जाएगा. हिरासत में लिए गए सभी किसान नेताओं, नौजवानों को तुरंत रिहा करने को भी भरोसा दिलाया. आश्वासन के बाद किसान संगठनों ने शाम साढ़े सात बजे के बाद धरना समाप्त करने का एलान कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के बैरिकेड उखाड़ फेंके. पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर पानी की बौछार की तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया.

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