Farmers Protest in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पिछले 86 दिनों से 27 गांव के किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है. किसान सरकार से पुनर्वास पैकेज की मांग समेत कई मांगों पर अड़े हैं. इसी कड़ी में 86वें दिन किसान मंच पर स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक पारम्परिक लोक गीतों के साथ नृत्य की प्रस्तुति दी.
प्रभावित 12 गावों में शासन द्वारा सर्वे किया गया था, जिसमें से खपरी, कयाबाधां, झांझ और छतौना पंचायत में पात्र ,अपात्र की सूची चस्पा किया गया है. अधिकतर 1200 वर्ग फीट विकसित भूखंड और सम्पूर्ण बसाहट का पट्टा बिना मापदंड, आधार के एकतरफा एन आर डी ए प्रबंधन द्वारा अपात्र कर दिया है, जिससे प्रभावित गावों में आक्रोश और नाराजगी के साथ मंगलवार दोपहर 2:00 बजे एन आर डी ए कार्यालय में समिति व ग्रामीणों द्वारा दावा आपत्ति सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया गया.
किसान समिति और आन्दोलनरत किसान परिवारों के बीच प्रभावित सभी 27 गावों में आन्दोलन को तेज करने की रणनीति के लिए बैठकों का दौर जारी रखा जाएगा. अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने की प्रभावित सभी गावों में घर परिवार अनुरूप नगद राशि देकर सहयोग कर रहे हैं.
किसान आन्दोलन के विस्तार और तेज करने के लिए विभिन्न समाजिक, किसान संगठनों से तेज राम विद्रोही अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा छ• ग•, आलोक शुक्ला- हसदेव अरण्य बचाओं समिति, सुदेशटीकम-जिला किसान संघ राजनांदगाँव, विजय भाई- अन्य 22 संगठन, छ•ग• बचाओं जन आन्दोलन, विनोद नागवंशी, सोहन पोटाई, बी एस रावटे-सर्व आदिवासी समाज छ•ग• ,जागेश्वर (जुगनू) चन्द्राकर- छ•ग• किसान संगठन,जनक लाल ठाकुर , व्यापारिक संगठन, मितानिन संघ, अनियमित कर्मचारी संघ, फुटकर व्यापारिक कल्याण संघ एवं किसान व मजदूर संगठनों को एक मंच में लाने की तैयारी जारी हैं। जिसका आगामी तिथि 3 अप्रैल-2022 दिन रविवार को सभी संघ,संगठनों की उपस्थिति में प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया जाएगा.
नवा रायपुर प्रभावित अपने वाजिब हक अधिकार के लिए सजग रहे, संगठित होकर एकजुटता के साथ डते रहना है. प्रभावित किसान परिवार आन्दोलन का विस्तार करने की लगातार तैयारी जारी है.