FASTag KYC Deadline Update: अगर आपने अपनी कार के फास्टैग का केवाईसी बैंक से अपडेट नहीं कराया है तो आज ही करा लें. क्योंकि 31 मार्च के बाद बैंक बिना KYC वाले फास्टैग को डिएक्टिवेट या ब्लैकलिस्ट कर देंगे. इसके बाद फास्टैग में बैलेंस होने के बावजूद भुगतान नहीं हो सकेगा. एनएचएआई ने फास्टैग ग्राहकों को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों के मुताबिक फास्टैग के लिए केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने को कहा है, ताकि बिना किसी परेशानी के फास्टैग सुविधा प्रदान की जा सके.

एक वाहन में एक ही फास्टैग काम करेगा

ग्राहक अब एक गाड़ी में एक ही फास्टैग का इस्तेमाल कर सकेंगे. NHAI के मुताबिक, फास्टैग उपयोगकर्ताओं को ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ नीति का पालन करना होगा और पहले जारी किए गए सभी फास्टैग को अपने संबंधित बैंकों को वापस करना होगा. अब केवल नए फास्टैग खाते ही सक्रिय रहेंगे.

एनएचएआई ने पारदर्शिता लाने और फास्टैग के माध्यम से टोल एकत्र करने के लिए टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ अभियान शुरू किया है. बताया जाता है कि एनएचएआई ने यह पहल एक वाहन के लिए कई फास्टैग जारी करने और आरबीआई के नियमों का उल्लंघन कर बिना केवाईसी के फास्टैग जारी करने की हालिया रिपोर्टों के जवाब में की है.

फास्टैग क्या है?

फास्टैग एक प्रकार का टैग या स्टीकर होता है. इसे वाहन की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है. फास्टैग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन या आरएफआईडी तकनीक पर काम करता है. इस तकनीक के जरिए टोल प्लाजा पर लगे कैमरे स्टिकर के बार-कोड को स्कैन कर लेते हैं और फास्टैग वॉलेट से टोल शुल्क अपने आप कट जाता है.

FASTag KYC Deadline Update: फास्टैग के इस्तेमाल से वाहन चालक को टोल टैक्स देने के लिए रुकना नहीं पड़ता है. इसका उपयोग टोल प्लाजा पर लगने वाले समय को कम करने और यात्रा को आसान बनाने के लिए किया जाता है.