प्रदीप कुमार, गोपालगंज. Gopalganj News: बिहार की गोपालगंज पुलिस ने गंडक नदी पुल के नीचे से बरामद अज्ञात युवती के शव की अनसुलझी गुत्थी को महज तीन दिनों के अंदर सुलझा लिया है. साथ ही पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर हवालात का रास्ता दिखा दिया है. हैरानी की बात यह है कि पुलिस के इस उद्भेन में जिन आरोपियों का नाम सामने आया है. वह कोई और नहीं बल्कि मृत युवती का पिता और भाई है, जिस पिता ने अपनी बेटी को लोरी गाकर सुनाया और उसकी परवरिश की आखिरकार उसी ने उसकी गला दबाकर हत्या क्योंकि इस पूरे प्रकरण का खुलासा गोपालगंज पुलिस ने कर दिया है.
3 जनवरी को नदी किनारे मिली थी लाश
बता दें कि जादोपुर थाने के मंगलपुर पुल के नीचे बीते 3 जनवरी की सुबह गंडक नदी के किनारे से एक लड़की की लाश पुलिस ने बरामद की थी. सलवार शूट पहनी हुई लड़की के गले में गहरा जख्म का निशान था, जिससे पुलिस को यह पहले ही स्पष्ट हो गया था कि गला दबाकर हत्या की गई है. पुलिस ने अज्ञात शव मानकर पोस्टमार्टम कराया और उसकी छानबीन शुरू कर दी.
प्रेम प्रसंग में की गई थी युवती की हत्या
इस पूरे मामले में गोपालगंज सदर एसडीपीओ प्रांजल त्रिपाठी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि बीते 3 जनवरी को गोपालगंज के जादोपुर पुलिस ने गंडक नदी किनारे तट से एक युवती का शव बरामद किया था. कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के द्वारा कांड उद्वेदन को लेकर एक एसआइटी का गठन किया गया था, जिसमें जादोपुर थानाध्यक्ष मोहन कुमार निराला और टेक्निकल सेल की टीम शामिल थी.
इस दौरान टेक्निकल जांच में ही अपराधियों की पहचान हुई. मूल रूप से युवती बगहा जिला के नवलपुर थाने के बथवारी गांव निवासी हरिशचंद्र यादव की पुत्री कल्पना कुमारी थी, जो किसी लड़के से प्रेम करती थी. इस बात की जानकारी परिजनों को थी. परिजनों के द्वारा बीच में उसके मामा के घर बेतिया जिला के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में भेज दिया गया था.
पिता-भाई और मामा ने मिलकर की हत्या
मामा के घर आने के बाद भी लड़की अपने प्रेमी से बात करती रही. लेकिन इस बीच इसकी भनक पिता व भाई को मिल गई. बीते दो जनवरी की रात में प्लानिंग के तहत लड़की के पिता और उसके भाई उसके पास मामा के घर पहुंच गए और आधी रात को गौशाला में कल्पना कुमारी को बुलाया, जहां पिता व भाई के साथ तीन लोगों ने मिलकर उसका गला घोंटकर कर हत्या कर दी. हत्या के बाद रात में ही बाइक से शव को गंडक नदी के पास जादोपुर थाना क्षेत्र के मंगलपुर पुल से फेंक दिया और वहां से फरार हो गए.
एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि, पुलिस ने हत्याकांड को 72 घंटे के अंदर सुलझा दिया है. पुलिस टीम ने कम समय में बेहतर काम किया है. इसलिए एसआइटी में शामिल पुलिस टीम को पुरस्कृत करने के लिए अनुशंसा की जाएगी.
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