कानपुर. जिले के चकेरी के संजीवनगर द्वितीय में रविवार शाम टीवी पर विश्वकप का फाइनल मैच देखने के दौरान खलल डालने से गुस्साए पिता ने नशेबाज इकलौते बेटे को चार्जर केबल से गला कसकर मार डाला. इसके बाद शव को घर में बंद करके भाग निकला.
बता दें कि सोमवार सुबह सूचना पर पहुंची पुलिस दीवार फांदकर अंदर दाखिल हुई. पुलिस को युवक का शव सीढि़यों पर मिला. फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड संग पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के मुताबिक, इलाके में रहने वाला गणेश निषाद (47) ई-रिक्शा चलाता है. परिवार में पत्नी सुनीता, एक बेटी रीना, बेटा दीपक निषाद (25) था. दीपक फर्नीचर कारीगर था. उसकी शादी दो साल पहले फतेहपुर में छिवली नदी के पास स्थित गांव में रहने वाली सुमन से हुई थी. शादी के बाद से सुमन मायके में थी. बेटी रीना की शादी गुजरात में होने के बाद से वह वहीं रह रही है.
वहीं, आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि पिता-पुत्र अक्सर साथ में ही शराब पीते देखे जाते थे. संपत्ति अपने नाम करने को लेकर दीपक का पिता से आए दिन झगड़ा होता था. बीते बुधवार को दीपक ने शराब के नशे में इसी बात को लेकर माता-पिता को पीट दिया था. खफा होकर मां सुनीता सरसैया घाट के पास स्थित अपने मायके चली गई.
रविवार को घर पर पिता-पुत्र थे. पुलिस की पूछताछ में गणेश निषाद ने बताया कि रविवार देर शाम दीपक शराब पीकर घर आया. उस वक्त वह टीवी पर भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा फाइनल मैच देख रहा था. दीपक ने अचानक टीवी बंद कर दिया और खाना बनाने के लिए कहा.
किसी तरह गुस्से पर काबूकर बर्तन धोने लगे. तभी दीपक फिर से पास आया और खाना बनाने में समय लगने को लेकर गाली-गलौज और हाथापाई करने लगा. इससे बौखलाए गणेश ने दीपक को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया. पास पड़ी चार्जर केबल से उसकी गला कसकर हत्या कर दी. इसके बाद भाग निकला.
पड़ोसी मृतक की मौसी रेखा ने बताया कि रात को पिता-पुत्र में झगड़े की आवाजें आ रही थीं. ऐसा अक्सर होने के कारण किसी ने बीचबचाव नहीं किया. सुबह करीब 11 बजे तक किसी के घर से न निकलने पर उन्होंने पुलिस और बहन सुनीता को जानकारी दी.
डीसीपी ईस्ट तेज बहादुर सिंह, एसीपी चकेरी और चकेरी थाना प्रभारी पुलिस फोर्स संग पहुंचे. दीपक के शव पर मोबाइल चार्जर की केबल पड़ी मिली. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की.