FBI Chief Kash Patel: भारतीय मूल के गुजराती काश पटेल FBI डायरेक्टर बनाए गए हैं। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारतीय मूल के काश पटेल को एफबीआई निदेशक के रूप में नामित किया है। काश पटेल ट्रंप के काफी करीबी माने जाते हैं। पटेल 2017 में इंटेलिजेंस पर हाउस पार्लियामेंट्री सेलेक्ट कमेटी के सदस्य बने थे। पटेल अमेरिका के खुफिया समुदाय के बारे में कट्टरपंथी विचार रखते हैं।
पटेल क्रिस्टोफर रे का स्थान लेंगे, जिन्हें 2017 में ट्रम्प ने नियुक्त किया था, लेकिन वे बाद में उनकी राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों से नहीं बनी। इस पद पर 10 वर्ष का कार्यकाल होता है, लेकिन रे का हटाया जाना अप्रत्याशित नहीं, क्योंकि ट्रम्प लंबे समय से उनकी और एफबीआई की सार्वजनिक आलोचना करते रहे हैं।
ट्रंप ने शनिवार रात अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि कश्यप ‘काश’ पटेल संघीय जांच ब्यूरो के अगले निदेशक के रूप में काम करेंगे। काश एक शानदार वकील, जांचकर्ता और ‘अमेरिका फर्स्ट’ फाइटर हैं, जिन्होंने अपना करियर भ्रष्टाचार को उजागर करने, न्याय की रक्षा करने और अमेरिकी लोगों की रक्षा करने में बिताया है।
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ट्रम्प ने शनिवार रात लिखा, “पटेल ने रूस के झांसे को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सच्चाई, जवाबदेही और संविधान के समर्थक के रूप में खड़े रहे। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि रिपब्लिकन नेतृत्व वाली सीनेट द्वारा भी पटेल को चुना जाता है या नहीं।
कौन है काश पटेल
44 साल के काश पटेल का पूरा नाम कश्यप प्रमोद पटेल है जिनका जन्म न्यूयॉर्क में हुआ है। उनका परिवार गुजरात के वडोदरा का रहने वाला है, जो पेश से वकील हैं। उन्हें ट्रंप के करीबियों में गिना जाता है। ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान वह राष्ट्रपति के उप सहायक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद निरोध के वरिष्ठ निदेशक के रूप में कार्य कर चुके हैं।
ISIS से लेकर बगदादी तक का बने काल
काश पटेल को डोनाल्ड ट्रंप के पिछले कार्यकाल के दौरान भी अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई थी, तब उन्होंने ISIS, अल-बगदादी और कासिम अल-रिमी जैसे अल-कायदा नेताओं को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी। बस यहीं से काश पटेल ट्रंप की नजरों में आ गए थे। उन्होंने अमेरिकी बंधकों को वापस स्वदेश लाने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा कश्यप पटेल ने इंटेलिजेंस पर हाउस परमानेंट सेलेक्ट कमेटी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और वरिष्ठ वकील के रूप में भी काम किया था।
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काश पटेल ने अमेरिका की राज्य और संघीय अदालतों में हत्या, तस्करी जैसे केस लड़े हैं। द अटलांटिक न्यूज की रिपोर्ट में काश पटेल को बताया गया है कि वो डोनाल्ड ट्रम्प के लिए कुछ भी कर सकते हैं। दावा किया गया कि ट्रम्प ने अपने प्रशासन के अंतिम हफ्तों में पटेल को सीआईए का उप निदेशक नियुक्त करने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा था।
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