चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग. महिला पुलिसकर्मी ने दुर्ग के शहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है. इसकी शिकायत महिला पुलिसकर्मी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में की है. शिकायत के बाद पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया. हालांकि इस मामले में पुलिस विभाग ने जांच के बाद शिकायत को झूठा बताया है.
मिली जानकारी के अनुसार एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा आवेदन दिया गया है. जिसमें उसने दुर्ग शहर एएसपी शशिमोहन सिंह पर शारीरिक शोषण करने, झूठे आरोप लगाकर निलंबित करने करने जैसी बाते लिखी है.
महिला पुलिसकर्मी द्वारा अपने शिकायती पत्र में कहा गया है कि एएसपी शशिमोहन सिंह ने नवबंर 2017 से न केवल उसका शारीरिक शोषण किया है बल्कि उस दौरान की फोटो और वीडियो भी बनाया है. जब उसने इस बात का विरोध किया तो शशिमोहन ने उसे जान से मारने की धमकी दी और झूठे प्रकरण में फंसाकर विभागीय कार्यवाही कर निलंबित करवा देने की बात कही. लेकिन इस पत्र में शिकायतकर्ता महिला पुलिसकर्मी ने न तो अपना सरनेम लिखा है और न ही उसने अपना बैच नम्बर लिखा है. यह जरूर लिखा है कि वह दलित है.वहीं शिकायत मिलने के बाद विभाग में हड़कम्प मच गया.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला का कहना था कि शिकायत मिलते ही महिला एएसपी सुरेखा चौबे से आवेदन की जाँच कराई गई. आवेदन में महिला पुलिसकर्मी के जिस नाम का उल्लेख किया गया था उस नाम की दुर्ग जिले में सिर्फ 2 महिला पुलिसकर्मी हैं. इन दोनों महिला पुलिसकर्मी से पूछताछ की गई और उनका बयान लिया गया है लेकिन दोनों ही महिला पुलिसकर्मियों ने इस शिकायत से इंकार कर दिया है. जिसके बाद प्रथम दृष्टया इस शिकायत को झूठा पाया गया है.
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इस तरह का आरोप लगाकर एक अच्छे अधिकारी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है. इस पूरी घटना के बाद पुलिस यह पता लगाने में जुट गयी है कि आखिर किसके द्वारा इस तरह के कृत्य को अंजाम दिया गया है.