अनिल सक्सेना, रायसेन। सरकार और प्रशासन खाद (यूरिया) पर्याप्त मात्रा में होने की बात कर रही है वहीं किसान खाद को लेकर परेशान है। किसानों को समय पर यूरिया नहीं मिल पा रहा है। किसानों का कहना है कि अधिकारियों पर सरकार का अंकुश नहीं होने के कारण वे बेलगाम हो गए है। सैकड़ों महिला पुरुष किसान खाद लेने पहुंचे थे जिन्हें 1 नवंबर को खाद के लिए पर्चियां दी गई थी। खाद नहीं मिलने पर आक्रोशित किसानों को शांत कराने पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।
जानकारी के अनुसार रायसेन जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर बेगमगंज खाद वितरण केंद्र का मामला है। जहां
सर्वर डाउन होने से खाद वितरण में देरी हो गई और किसान आक्रोशित हो गए। बासिया गांव के किसान दुर्गा प्रसाद लोधी का कहना था कि 1 नवंबर को मिले टोकन के बाद भी खाद नहीं मिल रही है। न तो यहां पर पीने की पानी की व्यवस्था है न धूप से बचने के लिए छांव की। साइड में बना हुआ शौचालय भी बंद है।
बता दें कि अब खाद का वितरण पीओएस मशीन से हो रहा है, जिसमें सर्वर डाउन होने से वितरण प्रभावित हो रहा है। खाद लेने पहुंचे किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि एक फोन आने पर वेयर हाऊस संचालक 50 बोरी तक ब्लैक में दे देते हैं और हम किसानों को मात्र 10 बोरी भी टोकन नंबर आने पर उपलब्ध नहीं हो पा रही है। छोटे किसानों को दरकिनार कर बड़े किसानों को ज्यादा मात्रा में खाद दिया जा रहा है। खाद लेने के लिए किसान दूर दराज गांवों से आकर अल सुबह नंबर लगाते हैं। किसानों को खाद की फिलहाल सख्त जरुरत है। खाद नहीं मिली तो फसल खराब हो जाएगी।
वेयर हाउस संचालक कपिल तिवारी का कहना है कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बिजली की आंख मिचौली और सर्वर डाउन होने की वजह से समस्या वितरण में समस्या आ रही है।
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