स्पोर्ट्स डेस्क. हेनरी मार्टिन और लुई शावेज के गोल की बदौलत भले ही मैक्सिको ने बुधवार देर रात को फीफा विश्व कप मैच में सऊदी अरब को 2-1 से हरा दिया हो, लेकिन यह जीत उसे नॉकआउट दौर में पहुंचाने के लिए नाकाफी रही. ऐसा अर्जेन्टीना की पोलैंड पर 2-0 की जीत के कारण हुआ. जिससे नॉकआउट में पहुंचने का फैसला गोल अंतर से हुआ. मैक्सिको की टीम 1978 के बाद पहली बार अपने ग्रुप-सी से अगले दौर में पहुंचने में विफल रही.

बता दें कि, ग्रुप-सी से अर्जेन्टीना और पोलैंड अगले दौर में पहुंची. मैक्सिको की टीम पिछले 7 विश्वकप के राउंड-16 में पहुंची थी. उसके लिए मार्टिन ने 48वें मिनट में पहला गोल किया और शावेज ने 4 मिनट बाद फ्री किक पर दूसरा गोल किया.

अंतिम 20 मिनट में गोल करने की पूरी कोशिश
शावेज काफी निराश थे, उन्होंने कहा कि हमारे पास क्वालीफाई करने का मौका था, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके. मैक्सिको ने अंतिम 20 मिनट में एक और गोल करने का भरसक प्रयास किया जिसमें उरीयल एंटुना का 87वें मिनट में किया गया प्रयास ऑफसाइड करार कर दिया गया. लेकिन टीम एक और गोल नहीं कर पाई.

हमारा उद्देश्य 3-4 गोल करने का था : ओचोआ
मैक्सिको के अनुभवी गोलकीपर गुईलेर्मो ओचोआ अपना 5वां विश्व कप खेल रहे थे, उन्होंने कहा कि हमे एक और गोल की जरूरत थी. नहीं जानता कि मैच के अंत में क्या हुआ. हमारा उद्देश्य 3-4 गोल करने का था. यह शर्मनाक है. अर्जेन्टीना को शुरुआती मैच में 1-2 से हराकर उलटफेर करने वाली सऊदी अरब के लिए सलीम अल्दावसारी ने दूसरे हाफ के ‘स्टॉपेज टाइम’ में गोल किया.