गौरव जैन, गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लगभग 400 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. गोंडवाना के कार्यकर्ताओं ने अपने पारंपरिक हथियारों से लैस होकर जमकर उत्पात मचाया.

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की नेता ऋतु पेंद्रम और इनके प्रवक्ता जयराम केराम ने जिला प्रशासन पर गैर जिम्मेदार होने का आरोप लगाया. इनका कहना है कि जिला प्रशासन के पास आदिवासियों, गरीब और किसानों की शिकायतों पर कार्रवाई नियत समय पर नहीं हो पा रही है.

इनकी शिकायत जो कि वन अधिकार पट्टा, गरीब आदिवासियों की जमीनों पर दलालों के द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है. अवैध कब्जा, शासन से मिलने वाली तमाम सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है.

साथ ही गरीब आदिवासियों के साथ शोषण की सुनवाई नहीं हो पा रही है, जिसको लेकर पूर्व में भी आंदोलन हुआ, लेकिन प्रशासन ने हमें किसी भी प्रकार की शिकायत पर सही कार्रवाई नहीं की.

इस दौरान पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया. पुलिस बल द्वारा इनको रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा था, लेकिन कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ आगे बढ़ गए. तभी पुलिस के द्वारा आंसू गैस का इस्तेमाल किया. बल का इस्तेमाल कर इन्हें रोका गया.

पेण्ड्रा रोड अनुविभागीय अधिकारी पुष्पेंद्र शर्मा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा के द्वारा गोंडवाना के नेताओं से बात चीत कर किसी तरीके से हिंसक आंदोलन को शांत कराया गया. गोंडवाना के नेता गौरेला पेण्ड्रा मरवाही कलेक्टर से मिलकर अपनी बात रखी.