कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले घमासान मचा हुआ है. जेपी नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर तीन अधिकारियों को केंद्र द्वारा तलब किए जाने के खिलाफ अब बंगाल सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. वहीं दूसरी ओर टीएमसी के कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी के इस्तीफे को विधानसभा स्पीकर ने अभी तक अस्वीकार नहीं किया है.

जेपी नड्डा की बंगाल यात्रा के बाद पश्चिम बंगाल में सियासी घटनाक्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है. नड्डा की यात्रा के दौरान काफिले पर हुए हमले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने नड्डा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले तीन अधिकारियों –  डायमंड हार्बर एसपी भोलानाथ पांडेय, दक्षिण बंगाल एडीजी राजीव मिश्रा और डीआईजी प्रेसीडेंसी रेंज प्रवीन त्रिपाठी को गृह मंत्रालय, दिल्ली में डेपुटेशन पर बुला लिया गया. लेकिन बंगाल सरकार ने उन्हें रिलीव नहीं करने की बजाए अब सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है.

वहीं दूसरे बड़े घटनाक्रम में बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बैनर्जी ने टीएमसी के विधायक सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा तकनीकी आधार पर अस्वीकार कर दिया है. मीडिया से चर्चा में बिमान बैनर्जी ने बताया कि मुझे सचिवालय से सुवेंदु अधिकारी का त्याग पत्र मिला है. मैने परीक्षण किया है और इस पर विस्तार से आदेश पारित करुंगा. इसके पहले यह कहना गलत होगा कि त्याग पत्र स्वीकार या अस्वीकार कर लिया गया है.