रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की अदालती मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही है. एक और सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करने की मांग अदालत से की है.
मिली जानकारी के अनुसार शैलेन्द्र नगर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रायपुर की अदालत में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ परिवाद दायर किया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने दिव्यांग युवक योगेश साहू द्वारा आत्महत्या किए जाने को साहसिक बताते हुए उसकी तुलना बलिदान से की है. उनके इस बयान को सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि ये बयान दूसरों को आत्महत्या के लिए उकसाने वाला है. कुणाल शुक्ला ने कहा कि उनका ये बयान प्रचार में बने रहने के लिए दिया गया है और यह दूसरे युवाओं को दुष्प्रेरित कर रहा है.
कुणाल शुक्ला ने इसकी शिकायत पहले तात्कालीन पुलिस महानिरीक्षक को लिखित में करते हुए कार्रवाई की मांग की थी.लेकिन पुलिस द्वारा समुचित कार्रवाई न किए जाने पर सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर अपराध पंजीबद्ध करने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रायपुर की अदालत परिवाद दायर की है.
गौरतलब है कि नौकरी की मांग पर जुलाई 2016 में बीरगांव निवासी दिव्यांग युवक योगेश साहू ने मुख्यमंत्री निवास के समक्ष खुद का जला डाला था. जिसकी बाद में उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई थी.