शशि देवागंन, राजनांदगांव. गंडई थाना क्षेत्र के धान उपार्जन केंद्र में 29 जनवरी की रात शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. आग लगने के कारण समिति में रखा लगभग 3000 हजार क्विंटल धान जलकर ख़ाक हो गया. जिसकी कीमत लगभग 28 लाख रूपये आंकी गई है. इस घटना की लिखित शिकायत विभाग ने जिला प्रशासन को की थी. जिसके बाद जिला प्रशासन ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की गई है.

धान जलने के मामले मे पुलिस की प्रथम दृष्ट्या जांच में पता चला कि समिति प्रबंधक गिरीश शर्मा के द्वारा खुद ही धन उपार्जन केंद्र में आगजनी की घटना को अंजाम दिया है. यह शिकायत फर्जी निकली. जिसके बाद जिला प्रशासन ने गंडई धान उपार्जन केंद्र के समिति प्रबंधक के खिलाफ गंडई थाने में एफआईआर करवाई की.

दरअसल गंडई के धान खरीदी केंद्र में समर्थन मूल्य पर किसानों की धान खरीदी हुई थी. समिति में कुल इस साल 59 हजार 354 क्विंटल धान की खरीदी हुई है. जिला प्रशासन के द्वारा लगभग 45 हजार क्विंटल धान का उठाव किया जा चुका है और बाकी का धान खरीदी केन्द्र में रखा हुआ है. जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और दोषी प्रबंधक के खिलाफ थाने में 420, 109 के तहत अपराध दर्ज करवाया.

एएसपी प्रफुल्ल ​सिंह का कहना है कि जांच में शिकायत फर्जी पाई गई. इस मामले में प्रबंधक ने केंद्र में फर्जी आगजनी की घटना को अंजाम देकर धोखाधड़ी की है. जिसके बाद दोषी प्रबंधक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया. साथ ही इस मामले में जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही करने की बात एएसपी ने कही. बहरहाल मामला दर्ज करने के बाद अब पुलिस ने आरोपी समिति प्रबंधक की तलाश शुरू कर दी है.