कुमार इंदर, जबलपुर। ऑक्सीजन की खत्म होने से कोरोना संक्रमित पांच मरीजों की मौत के मामले में पुलिस ने 23 दिन बाद ग्लैक्सी अस्पताल के दो कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस ने जिन दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनमें असिस्टेंट मैनेजर और ऑक्सीजन ऑपरेटर शामिल है। दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा 304 ए, 285 और 287 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। घटना के समय अस्पताल में असिस्टेंट मैनेजर संदी और ऑक्सीजन ऑपरेटर रितेश घटना के वक्त अस्पताल में मौजूद नहीं थे।

मामले में पुलिस और जिला प्रशासन के ऊपर गैलेक्सी अस्पताल प्रबंधन को बचाने के आरोप लगे हैं। मामले के जांच प्रतिवेदन में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने की सिफारिश की गई थी। लेकिन मामले में अस्पताल प्रबंधन को बचाते हुए दो कर्मचारियों को बलि का बकरा बना दिया गया। इस पूरे मामले में कांग्रेस विधायक तरुण भनोट और लखन घनघोरिया ने गैलेक्सी प्रबंधन पर रिश्वत देने का आरोप लगाया था।

आपको बता दें 22 अप्रैल की रात गैलेक्सी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो जाने से इलाज करा रहे पांच कोरोना संक्रमितों की एक के बाद एक मौत हो गई थी। मामले में बवाल मचने के बाद अस्पताल के स्टाफ भाग खड़े हुए थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने ऑक्सीजन की व्यवस्था की। जिसके बाद बाकी के मरीजों की जान बच सकी।

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