अनिल सक्सेना, रायसेन। गर्मी शुरू होते ही मध्यप्रदेश के जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई है. पूरे प्रदेश से किसी न किसी दिन जंगलों में आगजनी की दुर्घटनाएं हो रही है. ताजा मामला रातापानी अभ्यारण क्षेत्र की देलवाड़ी रेंज के कक्ष क्रमांक आर एफ 552 का है जहां सोमवार दोपहर को भीषण आग लग गई. आग से कई हेक्टेयर जंगल जल कर खाक हो गया. वहीं वन्य प्राणियों के जलने की भी आशंका व्यक्त की गई है. वन अमला ने जल्द ही आग पर काबू पाने का दावा किया है.

3 मीटर तक आग की लपटें उठ रही
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो आग इतनी भीषण थी कि 2 से 3 मीटर तक आग की लपटें उठ रही थी. बारूद की तरह धधक रही आग जंगल को अपने आगोश में लेती जा रही थी. आग बिल्कुल मुख्य सड़क के किनारे से जंगल की और बढ़ रही थी और वन विश्राम गृह देलवाड़ी के एक दम करीब थी.

Read More : लापरवाही : कवर्ड गोदाम होते हुए भी खुले में रखा है हजारों क्विंटल गेहूं, सायलो बैग में लगी आग

आधा सैकड़ा बाघ के साथ शावक भी है अभ्यारण में
रातापानी अभ्यारण करीब 972 किलोमीटर क्षेत्र में फैला हैं और 45 से 50 बाघ इस क्षेत्र में निरंतर भ्रमण करते रहते हैं. इन बाघों के साथ 10 के लगभग शावक भी इसी क्षेत्र में हैं. इस समय पर आग लगना इन वन्य प्राणियों के लिए बड़ा खतरा हैं. बाघ के साथ साथ अन्य प्रजातियों के वन्य प्राणी भी देलवाड़ी रेंज में बहुतायत रहना पसंद करते है, जबकि आग बिल्कुल रेस्ट हाउस के करीब से लगने के बाद भी वन अमला समय पर आग पर काबू नहीं कर पाया. इस तरह की मुख्य जगहों पर आग लगने से जहां 24 घंटे वन अधिकारी कर्मचारियों का जमावड़ा रहता है. यहां पूरी तरह परिक्षेत्र अधिकारी की निष्क्रियता का प्रमाण देती है.

वन्य प्राणियों को नुकसान की कोई सूचना नहीं
रातापानी अभ्यारण्य के अधीक्षक प्रदीप त्रिपाठी का कहना है कि आग लगने का कारण अज्ञात है. पूरा वन अमला आग को बुझाने में ही लगा है, जल्द आग पर काबू कर लिया जाएगा. आग से किसी वन्य प्राणी को कोई नुकसान होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है.

Read More : बड़ा हादसा टला, चलती बस में अचानक लग गई आग, बस आग में जलकर खाक लेकिन सभी यात्री सुरक्षित