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सुनील पासवान,बलरामपुर. जिले के परसागुड़ी हाईस्कूल में ओपन स्कूल की परीक्षा में चल रहे नकल की रिपोर्टिंग करने पहुंचे चार पत्रकारों के खिलाफ केंद्राध्यक्ष की रिपोर्ट पर पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है. पत्रकारों के नाम अनिल सोनी, विश्वास गुप्ता, दिलीप जायसवाल और संजय गुप्ता हैं. ये सभी ओपन स्कूल की परीक्षा में चल रही गड़बड़ी के खिलाफ नियमित रूप से खबरें लिख रहे थे. इसके बाद जब उन्हें परसागुड़ी हाईस्कूल में नकल की खबर मिली तो वे मंगलवार को सुबह रिपोर्टिंग करने पहुंचे थे. जब वे परीक्षा केंद्र में फोटो व वीडियो लेने लगे, तब बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए और उनसे बदसलूकी की.
इसके बाद केंद्राध्यक्ष मोहम्मद इखलाक ने थाने में रिपोर्ट लिखाई है. यह प्रकरण प्रकाश में आने के बाद रायपुर प्रेस क्लब के महासचिव सुकांत राजपूत ने निंदा की है. उन्होंने कहा है कि वे इस संबंध में प्रेस क्लब में बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे. सक्रिय पत्रकार संघ के प्रदेश महासचिव गंगेश द्विवेदी ने बिना जांच किए अपराध दर्ज करने की निंदा की है. उन्होंने कहा कि सामूहिक रूप से चल रहे नकल को एक्सपोज करने वाले पत्रकारों के खिलाफ साजिशन किए गए एफआईआर को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पुलिस यदि अपराध वापस नहीं लेगी तो आंदोलन किया जाएगा.
पत्रकार सुरक्षित नहीं : उचित शर्मा
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता उचित शर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं. बस्तर में पहले ही पत्रकारों को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा था. अब परीक्षा केंद्रों में चल रही गड़बड़ी को सामने लाने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. शर्मा ने जांच के बिना सीधे अपराध दर्ज करने के मामले में पुलिस कार्रवाई की निंदा की है.
गौरव दिृवेदी, सचिव, शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ शासन
वही शिक्षा विभाग के सचिव गौरव दिृवेदी ने कहा कि बलरामपुर जिले के परसागुडी में ओपन स्कूल की परीक्षा में सामूहिक नकल का खुलासा करने पहुंचे पत्रकारों पर हमले की घटना को चेक करवाता हूं साथ ही नकल संगठित होकर करवाने की जांच करवाई जाएगी.